फार्मर रजिस्ट्री होने पर ही मिलेगा पीएम किसान सम्मान निधि का लाभ
बदायूँ। उप कृषि निदेशक मनोज कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि अब जनपद के किसानो को पी०एम० किसान सम्मान निधि की धनराशि फार्मर रजिस्ट्री होने पर ही मिलेगी। कृषि विभाग ने जनपद में फार्मर रजिस्ट्री बनाने के लिए पहले चरण की योजना के साथ-साथ दूसरा चरण भी 25 नवम्बर से आरम्भ कर दिया गया है। योजना के अन्तर्गत कृषि विभाग के कर्मचारी गाँव-गाँव शिविर लगा कर किसानों के फार्मर रजिस्ट्री बनाने का काम करेंगे। फार्मर रजिस्ट्री होने से किसानों को पी०एम० किसान सम्मान निधि की किस्त और अन्य योजनाओं का लाभ सहजता से मिल सकेगा। उन्होंने बताया कि शासन के निर्देश पर जनपद के किसानों की फार्मर रजिस्ट्री तैयार करने के लिए काम शुरू हुआ। यह फार्मर रजिस्ट्री पी०एम० किसान सम्मान निधि की किस्त ले रहे पात्र किसानों के लिए अनिवार्य होगी। इसके बिना किसानों को अब आगामी किस्त नहीं मिल पाएगी। अभियान के अन्तर्गत से फमोड में कृषक इस योजना के लिए बनाए गए वेब पोर्टल और मोबाईल एप फार्मर रजिस्ट्री यू०पी० के माध्यम से स्वयं रजिस्ट्रेशन कर सकेंगे। इसके अलावा वह जन सुविधा केन्द्र के माध्यम से रजिस्ट्रेशन कर सकेंगे।उन्होंने बताया कि योजना का दूसरा चरण 25 नवम्बर से आरम्भ हो चुका है. विभाग एवं कृषि विभाग के कर्मचारी प्रत्येक गाम पंचायत इसमें राजस्व विभाग, पंचायत में कैंप लगा रहे हैं। कैम्प के माध्यम से कृषकों का फार्मर रजिस्ट्री किया जा रहा है। उप कृषि निदेशक कार्यालय के अनुसार, भारत सरकार द्वारा यह निर्णय लिया गया है कि दिसम्बर के बाद पी०एम० किसान योजना अन्तर्गत मिलने वाली किस्त के लिए सम्बन्धित कृषक का फार्मर रजिस्ट्री होना अनिवार्य है। क्या है फार्मर रजिस्ट्री —–फार्मर रजिस्ट्री अन्तर्गत कृषक विवरण तैयार कर डिजिटल इफ्रास्ट्रक्चर में संकलित किया जाएगा। इसके लिए कृषक के वकेट में उपलब्ध भूमि का सत्यापन आधार सीडिंग, कृषक की ई-केवाईसी० की जाएगी और किसाना की सहमति प्राप्त की जाएगी।कृषक रजिस्ट्री के लाम-फार्मर रजिस्ट्री होने के बाद कृषकों को सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाएं का लाभ सुगम और पारदर्शी तरीके से उपलब्ध होगा। कृषकों को ऋण, कं०सी०सी० आदि सुगमता से उपलब्ध होगा। पी०एम० किसान योजना के अन्तर्गत किस्त प्राप्त करने में सुगमता होगी तो किसान क्रेडिट कार्ड और फसल बीमा का लाभ प्राप्त करने में आसानी होगी। इसके अलावा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद में कृषकों का पंजीकरण आनलाइन माध्यम से हो सकेगा। कृषको को विभिन्न संस्थाओं वैज्ञानिको इत्यादि से आवश्यक परामर्श समय से मिल सकेगा। उप कृषि निदेशक मनोज कुमार बदायूँ ने बताया कि जनपद के हर किसान की फार्मर रजिस्ट्री होगी। किसान स्वयं भी मोबाइल एप फार्मर रजिस्ट्री यू०पी० को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड करके कर सकते हैं। ऐसा होने के बाद ही पात्र किसान को पी०एम० किसान सम्मान निधि की किस्त मिल सकेगी।