बदायूं। पीडब्ल्यूडी द्वारा बिसौली में सोत नदी पर बने पुल पर अचानक आवाजाही पर पाबंदी लगाने के कारण डेढ़ सौ गांवों की हजारों की आबादी परेशानी में पड़ गई है। इधर, बुधवार को सपा के मुख्य सचेतक व आजमगढ़ सांसद (बदायूं से दो बार सांसद रह चुके) धर्मेंद्र यादव ने लोक निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव को पत्र लिखकर अतिशीघ्र नया अस्थाई मार्ग बनवाने समेत पुल का निर्माण कराने की मांग उठाई है। दरअसल, दातागंज इलाके में आधे-अधूरे पुल से कार गिरने के बाद तीन युवकों की मौत के मामले में पीडब्ल्यूडी के चार अभियंताओं की गर्दन फंस चुकी है। इन चारों की लापरवाही स्पष्ट तौर पर उजागर हुई है और इनके खिलाफ कार्रवाई भी अंदरखाने तय मानी जा रही है। हालांकि ये चारों फिलहाल विभागीय मैनेजमेंट में जुटे हैं, जबकि बाद में पुलिस मैनेजमेंट देखने की भी जुगत में हैं। वहीं मामले में शासनस्तर से मानीटरिंग हो रही है, ऐसे में इनकी कोशिशें नाकाम होती दिख रही हैं। इधर, जर्जर पुलों की स्थिति पर अफसरों ने नजर डाली तो पता लगा कि बिसौली तहसील में सोत नदी पर बना पुल पूरी तरह जर्जर है। यहां भी हादसा हो सकता है। नतीजतन अफसरों की नींद टूट गई। क्योंकि कोई भी हादसा होता तो उनकी नौकरी दांव पर लगती ही साथ ही धरपकड़ होती वो अलग। ऐसे में खुद को बचाने के लिए पीडब्ल्यूडी अफसरों ने पुल पर आवागमन रोकने के लिए उसके दोनों ओर दीवार खड़ी करा दी है।डेढ़ सौ गांव हैं प्रभावित अचानक पीडब्ल्यूडी द्वारा यह प्रक्रिया अमल में लाने के कारण आसपास के तकरीबन डेढ़ सौ गांवों के लोगों के सामने आवागमन की समस्या आन पड़ी है। वजह है कि पुल तो बंद कर दिया गया लेकिन कोई अस्थाई वैकल्पिक मार्ग नहीं बनाया गया है। ऐसे में आवागमन के लिहाज से लोगों का ईंधन और वक्त दोनों बर्बाद हो रहे हैं। अब धर्मेंद्र ने की पैरवी इधर, सपा के मुख्य सचेतक सांसद धर्मेंद्र यादव ने प्रमुख सचिव को लिखे पत्र में पूरी स्थिति से अवगत कराते हुए यह पैरवी की है कि पत्र में लिखा है इस पुल से सहसवान, इस्लामनगर, कछला, कासगंज, एटा, मैनपुरी तक मार्ग जाता है। 150 गांवों के लोग इससे प्रभावित हैं। जबकि पीडब्ल्यूडी ने अचानक से मार्ग रोक दिया है। धर्मेंद्र ने वैकल्पिक मार्ग तत्काल बनवाने समेत पुल का निर्माण अतिशीघऱ कराने की पैरवी भी की है।