गौसगंज की महिलाओं ने की घर वापसी की मांग , गांव बालों ने काट ली फसल

बरेली । बरेली के थाना शाही क्षेत्र के गौसगंज में लगभग तीन माह पहले मोहर्रम को हुए हिंदू मुस्लिम विवाद के बाद पुलिस ने मुस्लिम पक्ष को झगड़ा , बलवा, मारपीट आदि करने का दोषी मानते हुए 75 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। जिसमें अब तक लगभग 50 लोग जेल जा चुके हैं। यहां की महिलाएं गांव में नहीं रह पा रही हैं। इन महिलाओं ने ऑल इंडिया इत्तेहादुल मुसलमीन के बरेली जिला अध्यक्ष मोहम्मद असलम एडवोकेट को अपनी समस्या बताई जिसके बाद मोहम्मद असलम ने अपने कार्यकर्ताओं और पीड़ित महिलाओं के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचकर महामहिम राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन एसीएम प्रथम को दिया। वहीं मोहम्मद असलम एडवोकेट के साथ कलेक्ट्रेट पहुंची गौसगंज की रहने वाली भूरी ने बताया कि उनके गांव में हिंदू मुस्लिम फसाद हो गया था , जिसमें पुलिस ने एक तरफा कार्रवाई की, केवल मुसलमानों को ही गुनाहगार मानते हुए पूरे गांव के मुसलमान पुरुषों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया। गांव के सारे मर्द जेल में बताए जा रहे हैं। वही यहां के रहने वाले लोगों की खेती-बाड़ी को दूसरे लोग काट कर ले जा रहे हैं। घरों में लूटपाट कर रहे हैं तथा यदि कोई गांव में पहुंचता है तो उसे पर झूठे आरोप लगाकर फर्जी मुकदमा लिखवा देते हैं और जेल भिजवा देते हैं। ऑल इंडिया मजलिसे इत्तेहादुल मुस्लमीन के बरेली जिला अध्यक्ष मोहम्मद असलम एडवोकेट ने कहा कि शाही पुलिस ने एक तरफा कार्रवाई की है। गांव में रहने वाले सभी मुस्लिम पुरुषों को दोषी बनाया है। पुलिस अब तक लगभग 50 लोगों को जेल भेज चुकी है। कोई भी मुस्लिम परिवार गांव में नहीं रह रहा है महिलाएं भी इधर-उधर रह रही हैं। ऐसे में खाली पड़े मुसलमानों के मकानों में लूटपाट हो रही है। उनके घर के समान को लूटा जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह सब कुछ मीरगंज के विधायक डीसी वर्मा और बरेली सांसद के इशारे पर किया जा रहा है,जिसे मौजूदा ग्राम प्रधान और पूर्व ग्राम प्रधान करवा रहे हैं। मुसलमानों के खेतों से फसलों को काट कर ले जा रहे हैं। उनके खेतों में लगे लिप्टिस और अन्य पेड़ों को काट लिया जा रहा है। यदि कोई रिश्तेदार भी देखभाल के लिए गांव में पहुंचता है तो उसपर भी झूठा मुकदमा लिखवा देते हैं। बरेली की शाही पुलिस ने जुल्म की इंतहा कर दी है। इस घटना को 3 महीने बीत चुके हैं और अभी तक मुसलमानों के घर खाली पड़े हैं। उन्होंने महामहिम राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन दिया है और निष्पक्ष कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने निर्दोषों पर कार्रवाई न करने की मांग की है। आरोप लगाया कि शाही पुलिस ने 70-75 साल के बुजुर्गों तक को जेल भेज दिया है ,जोकि संभाल के चल फिर भी नहीं सकते और बीमार है। उन्होंने एक सप्ताह के अंदर निष्पक्ष कार्रवाई करने की मांग की है ऐसा न होने पर धरना प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है।