लखनऊ ।उत्तर प्रदेश प्रधानाचार्य परिषद ने कोविड-19 महामारी के चलते कोविड संक्रमण से पीड़ित प्रदेश के माध्यमिक प्रधानाचार्य, शिक्षक व कर्मचारियों के हित में मांगे उठाईं हैं। इस संदर्भ में प्रदेश के मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री को ज्ञापन भेजा है। ज्ञापन के माध्यम से परिषद के प्रांतीय प्रवक्ता सुनील मिश्र ने बताया कि देश व प्रदेश में कोविड त्रासदी के चलते माध्यमिक शिक्षा से जुड़े प्रधानाचार्य / शिक्षक एवं कर्मचारी आदि भी चुनाव के बाद वायरस की चपेट में आ चुके हैं। व्यक्तिगत इलाज कराते समय संक्रमित के परिवार को भारी आर्थिक तंगी से गुजरने की स्थिति आ रही है। अनेक जनपदों से मार्मिक सूचनाएं मिल रही हैं कि अनेक प्रिंसिपल व शिक्षक आदि आर्थिक तंगी के चलते बेहतर इलाज नहीं करा सके और उनका निधन हो गया। ऐसे में उत्तर प्रदेश प्रधानाचार्य परिषद की मांग है कि माध्यमिक शिक्षा से जुड़े पीड़ित के इलाज हेतु आवश्यकता पड़ने पर ‘रेडक्रॉस’ फंड से यथोचित सहायता की जाए अथवा इस हेतु शासन द्वारा न्यूनतम ₹ एक लाख का विशेष चिकित्सकीय अनुदान अथवा अग्रिम की व्यवस्था पीड़ित को की जाए। इसके लिये एक समिति का गठन कर अनुदान अथवा अग्रिम अथवा रेडक्रॉस फंड से मदद की जाए। यह सहायता स्थानीय व जिला स्तर पर भी मान्य हो। इस संदर्भ में सभी जिला विद्यालय निरीक्षक को आदेश दिए जाएं कि वह अपने निर्देशन में आवश्यकता अनुसार निर्णय लेकर रेडक्रॉस फंड अथवा अनुदान अथवा अग्रिम का सदुपयोग करने के आदेश प्रधानाचार्य को निर्गत कर दें । जिसमे प्रधानाचार्य अपनी दो सदस्यीय कमेटी के अनुमोदन पर रेडक्रॉस फंड कोरोना सहायता में व्यय कर सके। इसके अतिरिक्त जटिल परिस्थितियों में यही नियम स्काउट एवं गाइड फंड से भी व्यय लागू हो । ज्ञापन भेजने वालों में परिषद के अध्यक्ष्ज्ञ ब्रजेश शर्मा, संयोजक डॉ. विश्व नाथ दुबे, महामंत्री डा. मनोज कुमार, प्रांतीय प्रवक्ता सुनील मिश्र आदि के नाम हैं।