डीएम की अध्यक्षता में मिशन वात्सल्य के अन्तर्गत जिला बाल कल्याण एवं संरक्षण समिति की बैठक
बदायूँ। जिलाधिकारी मनोज कुमार की अध्यक्षता में मिशन वात्सल्य के अन्तर्गत जिला बाल कल्याण एवं संरक्षण समिति की त्रिमासिक बैठक कलेक्ट्रेट सभा कक्ष में आहूत की गयी। बैठक में मिशन वात्सल्य योनान्तर्गत बाल कल्याण एवं संरक्षण समिति के मार्गदर्शिका तथा कन्या सुमंगला योजना व चाइल्ड हेल्पलाइन के स्टीकर का विमोचन किया गया। जिला बाल संरक्षण इकाई बाल कल्याण समिति किशोर न्याय बोर्ड मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना कोविड/सामान्य, स्पॉन्सरशिप, बाल गृह, बाल विवाह 1098 चाइल्ड लाइन पी0एम0केयर बाल तस्करी बाल श्रम उन्मूलन, बाल भिक्षावृत्ति, वार्षिक कार्ययोजना, कार्मिक मूल्याकंन तथा मा0 आयोग द्वारा प्राप्त प्रकरणों के साथ राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के द्वारा विकसित बाल एवं शोषण सामग्री पर जारी एडवाजरी पर चर्चा की गयी।
जिला प्रोबेशन अधिकारी अभय कुमार ने बताया मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना कोविड के अन्तर्गत 135 लाभार्थीयों व मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना सामान्य के अन्तर्गत 380 लाभार्थीयों को लाभान्वित किया गया है। बाल विवाह के अन्तर्गत वित्तीय वर्ष 2024-25 में कुल 12 बाल विवाह की सूचना प्राप्त हुयी थी जिस पर जिला बाल सरंक्षण इकाई बाल कल्याण समिति थाना प्रभारी ए0एच0टी0 बाल कल्याण अधिकारी पुलिस एवं चाइल्ड हेल्पलाइन के माध्यम से रोके गये है। जिसका निस्तारण सम्बन्धित अधिकारी से समन्वय स्थापित कर किया जा चुका है। पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन योजना के अन्तर्गत जनपद में 3 बच्चों को लाभान्वित किया गया है। स्पॉन्सरशिप के अन्तर्गत कार्यालय को 100 आवेदन पत्र प्राप्त हुये हैं जिसके सापेक्ष कार्यालय को पूर्ण रुप से 60 आवेदन पात्र मिले है जिस पर बाल कल्याण समिति की अनुसंसा की गयी है। जिलाधिकारी ने बाल संरक्षण सम्बन्धित कार्ययोजना हेतु समिति सदस्यों से अपने सुझाव देने को कहा जिसको कार्ययोजना में शामिल किया जा सकें एवं बाल यौन शोषण सामग्री उत्पादन के सम्बन्ध में जागरुकता कार्यक्रम चलाये जाने के निर्देश दिये गये एवं बाल शोषण से सम्बन्धित मामलों में जिला प्रोबेशन अधिकारी को नोडल नामित करते हुये शीघ्र कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये तथा समस्त विभागों में बाल यौन शोषण से सम्बन्धित बाल पेन्टिग या बैनर लगाये जाने के निर्देश दिये गये एव यह भी सुनिश्चित किया जाये कि किसी बच्चे को लाभ हेतु प्रायोजित न किया जायें। समस्त बाल विकास परियोजनाधिकारीयों को ब्लाक बाल संरक्षण समिति की बैठक आयोजित कर बैठक की सूचना उपलब्ध कराने हेतु निर्देशित किया गया। बाल विवाह के आयोजक के विरुद्ध सम्बन्धित थानो के द्वारा कानूनी कार्यवाही, एफ0आई0आर कराते हुये नियमानुसार आवश्यक कार्यवाही करना सुनिश्चित की जाये तथा स्पॉनसरशिप योजना का वृहद स्तर पर प्रचार प्रसार किया जाये। बाल विवाह के रोकथाम हेतु जागरुकता कार्यक्रम गोष्ठीयां प्रचार.प्रसार का समस्त विकास खण्ड, तहसील स्तर पर व्यापक प्रचार.प्रसार कराया जाये। 1098 चाइल्ड हेल्पलाइन से प्राप्त शिकायतों को गंभीरता से निस्तारण करने के निर्देश दिये गये। इस अवसर पर अपर पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण), मुख्य चिकित्साधिकारी,अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत, अजीत कन्नौजिया सहायक श्रम आयुक्तए, जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला क्रीडा अधिकारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी, जिला समन्वयक कौशल विकास मिशन, संरक्षण अधिकारी एन0आई0सी रवि कुमार, संरक्षण अधिकारी आई0सी प्रीती कौशल, परियोजना समन्वयक चाइल्ड हेल्पलाइन कमल शर्मा, बाल कल्याण समिति के सदस्य नन्द किशोर पाठक, किशोर न्याय बोर्ड के सदस्य अरविन्द गुप्ता सहित जिला बाल संरक्षण इकाई व चाइल्ड हेल्पलाइन का समस्त स्टाफ मौजूद रहा।