सैदपुर। राष्ट्रीय उर्दू शिक्षक संघ के दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन में उर्दू के रिटायर्ड शिक्षक सैयद हाजी मोहम्मद स्वाले अली को उर्दू साहित्य को समृद्ध करने के लिए लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया। ग़ालिब एकेडमी संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी वासित अली ने कहा कि हमारे समाज में शिक्षकों का बहुत ही उच्च स्तर का स्थान है उन्हें समाज में परिवर्तन लाने के लिए लोगों को प्रेरित करना चाहए जिसमें समाज में फैली कुरीतियों से निजात मिल सके। उन्होंने कहा संस्था का उद्देश्य सभी भाषाओं के बढ़ावा देने के उद्देश्य से प्रत्येक वर्ष 100 शिक्षकों और कर्मचारियों को अपने-अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए अवार्ड दिया जाता है। मोहल्ला खेड़ा सादात के नगर निवासी पूर्व प्रधानाध्यापक सैय्यद हाजी स्वाले अली ने समाज सेवा के लिए अपने रिटायरमेंट से 2 वर्ष पहले ही रिटायरमेंट लेकर जरूरत मंद लोगो की सेवा में जुड़ जाने का संकल्प लिया। वह गरीबों की पोशीदा रूप से मदद करते हैं। उन्होंने अपने निजी धन से एक मस्जिद का निर्माण कराया और सात बार हज की तीर्थ यात्रा की, जिसमें तीन बार सरकार की तरफ से उन्हें हज यात्रियों की सेवा के लिए भारत सरकार ने सऊदी अरब भेजा। करीब 500 लोगों की हज यात्रा और लड़कियों की पढ़ाई एवं शादियों में मदद की है। दिल्ली में 9 जून को गालिब अकैडमी की तरफ से 100 लोगों को उर्दू साहित्य सहित अन्य भाषाओं के प्रचार प्रसार के लिए प्रतिवर्ष की तरह इस बार भी गोल्ड मेडल एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर प्रोफेसर जियाउर रहमान, प्रोफेसर आले अहमद खान, बीईओ हाफिज सिद्दीक, सीमा भाटी ने भी अपने विचार व्यक्त किए कार्यक्रम का संचालन फाइज़ा जुबैर ने किया।