बरेली । आचार्य कल्कि पीठाधीश्वर प्रमोद कृष्णम द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर जाति सूचक शब्द “धोबी” का इस्तेमाल करने पर संत गाडगे जनकल्याण समिति द्वारा एसएसपी को शिकायती पत्र देकर कार्यवाही की मांग की है। संत गाडगे जनकल्याण समिति के कार्यकर्ताओं ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बरेली को प्रार्थना पत्र देकर कहा कि आचार्य कल्कि पीठाधीश्वर प्रमोद कृष्णम द्वारा सोशल मीडिया पर जाति सूचक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए लिखा है कि मंथरा और केकई के साथ वो धोबी भी अयोध्या में रहता था, जिसने सीता मैया को वन में भिजवाने का पाप किया था। जबकि इस तरह का कुछ भी महर्षि वाल्मीकि द्वारा लिखित मूल रामायण में नहीं किया गया है ,वहां प्रजा शब्द का जिक्र किया गया है। उन्होंने कहा कि इस तरीके की सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर आचार्य कल्कि पीठाधीश्वर प्रमोद कृष्णम ने धोबी लिखकर भ्रांति फैलाई है। उन्होंने कहा कि यदि अयोध्या में भारतीय जनता पार्टी का प्रत्याशी हार गया तो इसमें धोबियों का क्या दोष है। फिर भी बार-बार ओछी मानसिकता रखने वाले लोग दलित धोबी समाज के लोगों को मंचों से इस तरह की बात करके अपमानित कर रहे हैं। उन्होंने दलित धोबी समाज को अपमानित करने वाले कल्कि पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करने की मांग की है। शिकायत करने बालो में अशोक चौधरी , विरोध चौधरी , रमेश चंद्रा , ओमप्रकाश भास्कर , राजकुमार , आदि मौजूद रहे।