बरेली। फैक्ट्री से निकल रहे प्रदूषित पानी से हो रही बीमारियो को लेकर गांव रोठा थाना सीबी गंज निवासी अजय यादव पुत्र मोरसिंह ने जिला अधिकारी से शिकायत की और फैक्ट्री से आ रहे प्रदूषित पानी को बंद कराने की मांग की है। अजय यादव ने कहा कि सुपीरियर इंडस्ट्री शराब फैक्ट्री से निकल रहे ऐल्कोहल का प्रदूषित पानी ग्राम रोठा से होता हुआ जा रहा है जो मिलक, भगवन्तापुर होकर रामगंगा नदी में बहाया जा रहा है। कई वर्षों से गांव में तरह-तरह की बीमारियों का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। जैसे भयंकर कैंसर अन्धापन, बुखार, छोटे-छोटे बच्चों व बुजूर्गों की आखें खराब हो रही है। गावं के जानवर उस पानी को पीने के बाद बीमार होकर मर रहे है जिनकी संख्या अब बढ़ गयी है। गांव के लोगो के लोहे के दरबाजे एक ही साल में गल कर मिटटी हो जाते है। गांव की औरतो के गहने सोना ,चांदी खराब हो जाता है समस्त ग्रामवासी खुली हवा मे सांस लेने को तरसते है। प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक गावं के स्कूल में आने से कतराते हैं। ऐसे में गांव के बच्चे को पढायी में समस्या आ रही है।क्षेत्रीय अधिकारी ने कुछ शर्तों को रखते हुये क्षेत्रीय जनता से आपत्ति मांगी थी। ग्राम रोठा से आपत्तिकर्ता अजय यादव पुत्र मोर सिंह व धर्मपाल मौर्य पुत्र कन्हई राम ने इस पर अपनी आपत्ति दाखिल की थी। आपत्ति लगने के बाद भी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने सुपीरियर इंडस्ट्री को क्षमता बढ़ाने की एनओसी दे दी। एनजीटी ने ऐसे समस्त औद्योगिक इकाईओं को बन्द करने के आदेश दिये थे एनजीटी ने साफ कहा है कि लोगो के स्वास्थ्य की कीमत अर्थिक विकास नही हो सकता, हमने कई बार शासन तथा प्रशासन को अवगत कराया है लेकिन सिर्फ आश्वासन के अलावा कुछ हासिल नही हुआ और कोई कार्यवाही नही हुयी। अगर हमारी मांग को नहीं माना गया तो हम सब गांववासी ऐसे भयानक गाव से पलायन करने के बाध्य होगें ऐसे जानलेवा प्रदूषित पानी को रुकवाया जाए।