बिल्सी। ग्राम गुधनी स्थित आर्य समाज मंदिर में आज साप्ताहिक सत्संग का आयोजन किया गया । वैदिक विद्वान आचार्य संजीव रूप ने यज्ञ कराया । कुमारी तृप्ति शास्त्री आर्य ने वेद पाठ किया । यज्ञ के उपरांत आचार्य संजीव रूप ने कहा “यह संसार कर्म प्रधान है, मनुष्य कर्म करने में स्वतंत्र , वह चाहे तो अच्छे कर्म कर सकता है वह चाहे तो बुरे कर्म भी कर सकता है, किंतु फल ईश्वर के हाथ में रहता , इसलिए व्यक्ति को चाहिए कि वह कभी भी पाप कर्म न करें,क्योंकि पाप कर्मों से बंधन होता है और पुण्य कर्मों से ही सद्गति होती है । कुमारी तृप्ति शास्त्री ने कहा ” चारों वेदों में राष्ट्र को प्रथम माना गया है ,इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को चाहिए कि वह राष्ट्र की उन्नति के लिए सोचे और ऐसा कोई काम ना करें जिससे राष्ट्र का अहित हो । इस अवसर पर गुड्डू रानी, रेखा रानी,कुमारी मोना रानी,प्रिंस कुमार,राकेश आर्य पंजाब सिंह आदि मौजूद रहे ।