बदायूँ। अनौपचारिक शिक्षा अनुदेशकों / पर्यवेक्षकों की बैठक का आयोजन मालवीय आवास गृह बदायूं पर किया गया। बैठक को संबोधित करते हुए जिला अध्यक्ष राजेश कुमार सक्सेना ने कहा कि सरकार के लिए शीघ्र ही अनौपचारिक शिक्षा अनुदेशकों पर्यवेक्षकों को शीघ्र समायोजित करना चाहिए। क्योंकि उच्च न्यायालय एवं सर्वोच्च न्यायालय ने आदेश किया है कि इनके लिए योग्यता के आधार पर किसी भी विभाग में समायोजित किया जाए । इस समय सभी अनौपचारिक शिक्षा अनुदेशकों की उम्र लगभग 55 वर्ष से 60 वर्ष के बीच में है। अगर सरकार इस समय हम लोगों की नियुक्ति कर देती है तो दो-चार वर्ष सेवा करने का मौका मिल सकता है। लेकिन सरकार की उदासीनता के चलते हम लोगों की उम्र ढलती जा रही है। अगर शीघ्र ही सरकार ने नियुक्ति प्रक्रिया शुरू नहीं की, तो अनौपचारिक शिक्षा अनुदेशक आंदोलन करने को सड़कों पर मजबूर होंगे | जिसकी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी । इस मौके पर निशा , दिनेश पाल सिंह , परमवीर शाक्य , देवेंद्र कुमार , गेंदन लाल , ओमप्रकाश सिंह ,मोहर सिंह , बृशपाल सिंह , ममता रानी , मुकेश पाल सिंह , नत्थू लाल , आशा देवी ,लता रानी , लता कुमारी , विशन बाबू ,फरजंद अली ,अजीत कुमार ,संगीता सक्सेना ,रामरति ,महावीर प्रसाद , चंद्रपाल ,विजय सिंह , राम निवास ,शेर सिंह , वेदराम , राज कुमारी , फहीम अली खान ,नदीम खान ,फिरोज अहमद , भुललन मियां ,दिनेश सिंह , धर्मेंद्र सिंह , जगदीश चंद्र , राम भूप ,राम निवास ,हरी सिंह , लव पाल मौर्या , प्रेमवती , ग्रं रन्ध सिंह ,रविंद्र पाल सिंह आदि मौजूद रहे।