विश्व एड्स दिवस पर कार्यक्रम सम्पन्न
बदायूँ । विश्व एड्स दिवस के उपलक्ष्य में 01 दिसम्बर को एचआईवी एड्स के जागरूकता हेतु कलेक्ट्रेट सभागार में हस्ताक्षर अभियान चलाया गया जिसमें जिलाधिकारी मनोज कुमार द्वारा हस्ताक्षर कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
जिला कार्यक्रम अधिकारी एड्स बदायूं द्वारा हस्ताक्षर अभियान चलाया गया। जिला क्षय रोग अधिकारी बदायूं द्वारा बताया गया कि इस बार के विश्व एड्स दिवस की थीम “ समुदायों को नेतृत्व करने दें “ पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे जिसके अंतर्गत गिंदो देवी महिला महाविद्यालय में डॉक्टर गार्गी बुलबुल प्राचार्य महोदया की अध्यक्षता में एक संगोष्ठी एवं पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया संगोष्ठी में सुषमा काउंसलर द्वारा गर्भवती महिलाओं में एचआईवी की जांच उनके सुरक्षित प्रसव एवं एचआईवी संक्रमित महिला के होने वाले शिशु को एचआईवी एड्स से बचाव के बारे में विस्तार से बताया गया, शालिनी प्रोजेक्ट मैनेजर लोक स्मृति सेवा संस्थान द्वारा बताया गया कि हमारा एन जी ओ एचआईवी एड्स की जागरूकता फैलाने हेतु कार्य कर रहा है
इसमें किशोर किशोरियों ट्रक ड्राइवर एवं नशा करने वाले जो व्यक्ति होते हैं उनको काउंसलिंग कर जागरूक किया जाता है डॉ0 सत्यपाल सिंह रेड क्रॉस सोसाइटी के द्वारा बताया गया कि हमारा एन जी ओ स्वास्थ्य एवं शिक्षा पर कार्य कर रहा है अगर किसी व्यक्ति ब्लड की आवश्यकता होती है तो हमारे वालंटियर द्वारा ब्लड डोनेट कर उसकी सहायता की जाएगी एचआईवी एड्स के बारे में सनी दुबे के द्वारा भी विचार व्यक्त किए गए डॉ विनेश कुमार जिला क्षय रोग अधिकारी द्वारा बताया गया कि एचआईवी एड्स कोई बीमारी नहीं है यह कई बीमारियों का एक समूह बन जाता है एवं व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है और उसे जल्दी-जल्दी कई गंभीर रोग लगते रहते हैं जो की ठीक होने में नहीं आते हैं एचआईवी से संक्रमित व्यक्ति के लगाए गए इंजेक्शन के द्वारा दूसरे व्यक्ति को इंजेक्शन के लगाने से संक्रमित व्यक्ति का ब्लड किसी अन्य व्यक्ति को चढ़ाने से संक्रमित गर्भवती मां से होने वाले उसके शिशु में एवं असुरक्षित यौन संबंधों को बनाने से यह बीमारी फैलती है अगर इन्हीं चार कारणों से हम बचाव कर लें तो एचआईवी एड्स जैसी गंभीर बीमारी से बचा जा सकता है इसका अभी तक ना तो कोई कारगर इलाज है और ना ही कोई टीका बना है सिर्फ जानकारी ही एच आई वी से बचाव है कार्यक्रम की मुख्य अतिथि ए0डी0जे0 श्रीमती सारिका गोयल द्वारा बच्चों को एचआईवी एड्स की जानकारी के साथ-साथ उनके व्यक्तित्व विकास के बारे में भी विस्तार से बताया गया जिससे बच्चे अपने जीवन को कैसे सार्थक बना सकते हैं डॉ गार्गी बुलबुल प्राचार्य महोदया द्वारा बताया गया कि सभी छात्राएं यहां जो भी जानकारी दी जा रही है वह अपने आस पड़ोस मलिन बस्तियों नशा करने वाले व्यक्तियों ट्रक ड्राइवर व माइग्रेशन वाले क्षेत्रों में अधिक से अधिक प्रचार कर इस बीमारी की भयावता के बारे में बताएं जिससे लोग जागरुक होकर इस बीमारी से बच सकें डॉ यति एवं डॉ अनीता जो कि एन एस एस प्रभारी हैं उन्होंने बताया कि जो लड़कियां एन एस एस के कैंप लगाने के दौरान समाज को साफ सफाई के साथ-साथ संक्रामक रोगों से बचाव के बारे में अवश्य जागरूक करें स इसके उपरांत गिन्दो देवी महिला महाविद्यालय की छात्राओं द्वारा पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया
जिसमें कुमारी अनामिका भारती एवं कुमारी प्रियंका साहू स्नातक प्रथम वर्ष ने प्रथम पुरस्कार कुमारी अक्षिता पटेल एवं कुमारी प्रियम पटेल द्वारा द्वितीय पुरस्कार कुमारी अनुराधा एवं कुमारी काजल को तृतीय पुरस्कार के रूप में शील्ड एवं प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया एवं कार्यक्रम को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए डॉक्टर गार्गी बुलबुल प्राचार्य महोदया को जिला क्षय रोग अधिकारी द्वारा शील्ड देकर सम्मानित किया गया हस्ताक्षर अभियान के साथ-साथ डॉ सत्यपाल सिंह जी द्वारा 10 टी बी के रोगियों को,डॉ मुकेश जौहरी द्वारा 5 मरीज,रामप्रकाश द्वारा पांच मरीजों, लोक स्मृति सेवा संस्थान द्वारा द्वारा 8 मरीजों,डॉक्टर बी के सोलंकी द्वारा 5 मरीजों, तनवीर एल टी द्वारा 2 मरीजों, विवेक गुप्ता एल टी द्वारा एक टी बी के मरीज को गोद लेकर उन्हें पोषण पोटली उपलब्ध कराई गई कार्यक्रम का संचालन बृजेश राठौर एस टी एस द्वारा किया गया कार्यक्रम में संदीप राजपूत, सूरजपाल सिंह यादव, सुदेश सक्सेना, विमल पाठक, आसिफ रजा, सुनीता, अशफाक हुसैन के साथ साथ गिंदो देवी महिला महाविद्यालय की सभी प्रोफेसर एवं छात्राएं उपस्थित रहीं।