‘अपराध को छिपाना भी गुनाह, गलत हुआ हो तो पुलिस को जरूर बताएं’
वाराणसी। अपराध को छिपाना भी गुनाह है। आपके साथ कोई घटना हुई हो या आपने कुछ गलत होते हुए देखा हो तो पुलिस को बेझिझक बताएं। ताकि, अपराधी पकड़ा जाए और अपराध पर अंकुश लगे। हमारी चुप्पी से अपराधी का मनोबल बढ़ता है और अपराध को बढ़ावा मिलता है। ये बातें काशी जोन के एडिशनल डीसीपी चंद्रकांत मीणा ने गुरुवार को महमूरगंज स्थित निवेदिता शिक्षा सदन कन्या इंटर कॉलेज में अमर उजाला फाउंडेशन की ओर से आयोजित पुलिस की पाठशाला में कहीं। एडिशनल डीसीपी ने कहा कि आप बच्चे देश का भविष्य हैं। अब समय बहुत बदल गया है। कॅरिअर के लिए सभी सेक्टर अच्छे हैं। पहले लोग इंजीनियर, डॉक्टर, आईएएस और आईपीएस ही बनना पसंद करते थे। आज सभी सेक्टर में अपार संभावनाएं हैं, बस आपके अंदर हुनर और जज्बा होना चाहिए। एडिशनल डीसीपी ने कहा कि 85 से 90 फीसदी पुलिसकर्मी अच्छे होते हैं। 10 से 15 फीसदी लोग हर जगह खराब होते हैं। उन्हें सुधारने के लिए सिस्टम है। पुलिस पर भरोसा करें और यह मानकर चलें कि वह समाज में शांति व कानून व्यवस्था बरकरार रखने के लिए बेहद जरूरी हैं। जो पुलिसकर्मी गलत हैं, उनकी शिकायत उनके उच्चाधिकारियों से करें। एडिशनल डीसीपी ने छात्राओं को आपातकालीन मदद के लिए डायल 112 और महिला हेल्पलाइन नंबर 1090 की जानकारी दी। कहा कि सोशल मीडिया और इंटरनेट का उपयोग सतर्कता से करें। ऑनलाइन वर्ल्ड में लालच या किसी के झांसे में आने पर सिर्फ नुकसान होगा। कार्यक्रम में एडिशनल डीसीपी का स्वागत और आभार प्रधानाचार्य डॉ. आनंद प्रभा सिंह ने जताया।
छात्राओं के सवाल और एडिशनल डीसीपी के जवाब
सवाल – आम आदमी गलती करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई होती है। खाकी वाले गलत करते हैं तो उनके खिलाफ क्या होता है? – पायल बिंद, कक्षा 11
जवाब – पुलिस के खिलाफ पुलिस ही कार्रवाई करती है। विभागीय दंड से लेकर नौकरी से बर्खास्त तक किया जाता है। दोष उजागर होने पर मुकदमा भी दर्ज होता है।
सवाल – शराब पीकर लोग हंगामा और विवाद करते हैं। शराब जब अच्छी चीज नहीं है तो इस पर पाबंदी क्यों नहीं लगती? – पायल कन्नौजिया, कक्षा 12
जवाब – सार्वजनिक स्थान पर शराब पीकर हंगामा करने वालों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई करती है। शराब की बिक्री की नीति सरकार बनाती है।
सवाल – यदि कोई गलत कर रहा हो तो उसकी जानकारी पुलिस को देने पर सूचना देने वाले का नाम गोपनीय रखा जाएगा या नहीं? – शिवानी, कक्षा 12
जवाब – सूचना देने वाला यदि चाहता है कि उसका नाम और पता गोपनीय रखा जाए तो पुलिस वैसा ही करती है। लोगों की सूचना के सहारे ही पुलिस कई बार बड़े काम करती है।
सवाल – हर घटना में पुलिस मुकदमा क्यों नहीं दर्ज करती है? – ज्योति कुमारी, कक्षा 12
जवाब – गंभीर आपराधिक घटनाओं में तत्काल मुकदमा दर्ज किया जाता है। आरोप-प्रत्यारोप से जुड़े मामलों में जांच के बाद मुकदमा दर्ज किया जाता है।
सवाल – पुलिस ही क्राइम करने लगे तो समाज कैसे सुरक्षित रहेगा? – वंसिका गुप्ता, कक्षा 10
जवाब – पुलिस लोगों की सुरक्षा के लिए है। यदि कोई पुलिस वाला अपराध करता है तो तय मानिए वह बच नहीं पाता है।
सवाल – कोई रसूखदार आदमी अपराध करे तो उसकी सूचना देने पर थाने के लोग हमारा नाम गोपनीय रखेंगे क्या? – वैश्नवी सिंह, कक्षा नौ
जवाब – अपराध करने वाले के ओहदे से पुलिस प्रभावित नहीं होती है। अपराधियों के बारे में सूचना देने वाले का नाम गोपनीय रखा जाता है।
सवाल – सोशल मीडिया पर किसी की फोटो एडिट कर उसे गलत उद्देश्य से पोस्ट करने वाले के खिलाफ क्या कार्रवाई होती है? – अंजली यादव, कक्षा नौ
जवाब – पहली बात हमें सोशल मीडिया पर खुद सतर्कता बरतनी चाहिए। शिकायत मिलते ही पुलिस साइबर सेल की मदद से ऐसे मामलों में प्रभावी कार्रवाई करती है।
आप सभी थाने आकर देखें पुलिस कैसे करती है काम
एडिशनल डीसीपी चंद्रकांत मीणा ने छात्राओं से कहा कि मैं चाहूंगा कि आप सभी थाने आकर देखें कि पुलिस कैसे काम करती है। अपनी शिकायत किससे करनी चाहिए, प्रार्थना पत्र पर मुकदमा कैसे दर्ज होता है और कार्रवाई कैसे होती है। उच्चाधिकारियों से बात कर मैं जल्द ही ऐसी व्यवस्था बनाऊंगा कि आप सभी पुलिस की कार्यशैली और थाने के कामकाज से भलीभांति वाकिफ हों।