जोड़ों का दर्द, तो काम आएंगी ये 5 तरह की पत्तियां
स्वास्थ्य । मौसम में ठंडक बढ़ने से जोड़ों में दर्द की समस्या देखी जाती है। वैसे उम्र के साथ आमतौर पर हड्डियों और जोड़ों में दर्द देखा जाता है। जिसके पीछे कई वजह हो सकती हैं, जिनमें से एक अर्थराइटिस भी है। जिसमें जोड़ों में हल्के से लेकर तेज दर्द हो सकता है। अर्थराइटिस वैसे तो उम्रदराज लोगों में देखा जाता है, लेकिन कम उम्र लोगों को भी यह समस्या हो सकती है। इसके पीछे कई तरह की वजहें हो सकती हैं। आमतौर पर नौजवान लोगों में खराब लाइफस्टाइल को ही अर्थराइटिस की मुख्य वजह माना जाता है। जबकि इसके पीछे और भी वजहें हो सकती हैं।अर्थराइटिस का दर्द तब उठता है जब शरीर में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ जाता है, जिससे जोड़ों में तेज दर्द होता है। जैसे ही यूरिक एसिड जोड़ों की हड्डियों में घुसता है, वैसे ही क्रिस्टलीय संरचनाएं विकसित होती हैं, जो जोड़ों को सहारा देने वाले कुशन को धीरे-धीरे पतला करती हैं। जिसकी वजह से हड्डियां आपस में टकराती हैं, जिससे दर्द होता है। जोड़ों में दर्द होने पर आपको फौरन डॉक्टर से सलाह करनी चाहिए। जो इसकी वजह जान सही इलाज कर सकेंगे। दवाइयों के अलावा घरेलू उपाय भी दर्द में आपकी मदद कर सकते हैं। अगर आप जोड़ों के दर्द से परेशान हैं, तो नीचे दिए गए नेचुरल उपाय आपको आराम देने का काम कर सकते हैं हमारी सेहत को कई तरह से फायदा पहुंचाने के लिए जाने जाते हैं। यह आयरन से लेकर पोटेशियम, मैग्नीशियम, विटामिन-ए और फोलेट से भरपूर होते हैं। पुदीना के पत्तों में एंटी-इंफ्लामेटरी गुण होते हैं, जो यूरिन से प्यूरीन को हटाकर जोड़ों की सूजन को कम करते हैं।धनिया की पत्तियां चिकित्सीय गुणों से पैक्ड होती हैं। इसमें कैल्शियम, पोटेशियम, थायमिन, फॉस्फोरस, विटामिन-सी और विटामिन-के जैसे पोषक तत्व भरे होते हैं। धनिया ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद करता है और साथ ही रक्त में यूरिक एसिड और क्रिएटिनिन के स्तर को भी कम करते हैं। एलोवेरा का इस्तेमाल आमतौर पर त्वचा के लिए खूब किया जाता है। एलोवेरा जेल सनबर्न, ड्राइनेस आदि में काम तो आता ही है, साथ ही जोड़ों के दर्द में आराम देने का भी काम कर सकता है। एलोवेरा में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो सूजन को कम कर दर्द से राहत दिला सकते हैं। यह नेचुरल होता है, इसलिए कम ही लोगों को इससे किसी तरह के साइड-इफेक्ट्स हो सकते हैं। एलोवेरा जेल को सीधे त्वचा पर लगाया जा सकता है, इससे अर्थराइटिस के दर्द में आराम मिल सकता है। इसके अलावा आप इसके जेल को खा भी सकते हैं। कई स्टडीज में इस इलाज को फायदेमंद माना गया है। पान के पत्तों में ऐसे तत्व पाए जाते हैं, जो यूरिन के जरिए यूरिक एसिड को अच्छी तरह से निकालने में मदद करते हैं। सुबह के समय अगर पान के पत्तों को चबाया जाए, तो इससे दिन भर आपको जोड़ों के दर्द में आराम मिल सकता है। तेज पत्ते के उपयोग आपने खाने में अक्सर किया होगा, लेकिन इसका काम सिर्फ खाने के स्वाद को बढ़ाना नहीं है, बल्कि स्वास्थ्य को भी लाभ पहुंचाना है। रेज पत्ते में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो जोड़ों की सूजन को कम करते हैं। पानी में तेज पत्ते को उबाल कर इसे पीने से घुटने के दर्द में भी आराम मिल सकता है।