स्वास्थ्य। एंग्जाइटी, स्ट्रेस को कभी भी हल्के में लेने की गलती न करें क्योंकि ये कई तरह की दूसरी मानसिक समस्याओं की वजह बन सकता है। जिसमें से एक है पैनिक अटैक। किसी चीज़ को लेकर बहुत ज्यादा घबराहट, पैनिक अटैक की वजह बन सकता है। पैनिक अटैक अचानक होने वाला अटैक है, जो बेहद कष्टकारी हो सकता है। ये अटैक दिल का दौरे जैसा महसूस होता है जिसमें मरीज खुद पर कंट्रोल खो देता है।पैनिक अटैक वैसे खतरनाक नहीं हैं, लेकिन इससे आपकी जीवन की गुणवत्ता प्रभावित हो सकती है, तो इस सिचुएशन को कैसे करें हैंडल, आइए जानते हैं। अगर आपके आसपास किसी को पैनिक अटैक आया है, तो उसे बैठने को कहें और गहरी सांस लेकर धीरे-धीरे गिनती गिनने को कहें। वहीं अगर आप अकेले हैं और ऐसे में पैनिक अटैक आ जाए, तो खुद से ही ये उपाय आजमाना है। गहरी सांस लें और छोड़ें और गिनती जारी रहें जब तक कि ब्रीदिंग नॉर्मल न हो जाए। पैनिक अटैक में ठंडा पानी भी काफी राहत दिलाता है। अटैक आने पर ठंडे पानी से चेहरा धोएं। बर्फ वाला पानी हो, तो और बेहतर। चेहरे के साथ गर्दन भी पोछें। सिर पर ठंडा टॉवेल रखें। बहुत हद तक राहत पहुंचती है। अगर आपको पहले भी कभी पैनिक अटैक आया है, तो इस स्थिति से दोबारा बचने के लिए शारीरिक व्यायाम को बना लें अपनी डेली रूटीन का हिस्सा। फिजिकल एक्टिविटीज करने से एंडोर्फिन हॉर्मोन रिलीज़ होता है, जो मूड को बेहतर बनाता है और माइंड को रिलैक्स करता है। स्ट्रेस, एंग्जाइटी कम होने से पैनिक अटैक का खतरा भी कम हो जाता है।