गन्ना किसानों ने लखनऊ पहुंचकर गन्ना आयुक्त को यदु शुगर मिल का गन्ना क्रय केंद्र लगवाने को मांग पत्र दिया
बदायूं/सालारपुर। विकासखंड सालारपुर क्षेत्र के गांव बावट के अन्नदाताओं को लम्बें समय से यदु शुगर मिल बिसौली का गन्ना क्रय केंद्र लगवाने के लिए चल रहा गन्ना किसानों का संघर्ष। जहां क्षेत्र के गन्ना किसानों का कहना है की अपने जिले का गन्ना अपने जिले की चीनी मिल जाए।और गन्ने खरीद की सीजन शुरू होने में नजदीक आने वाली है।लेकिन विकासखंड सालारपुर क्षेत्र के गांव बावट के किसानों ने लखनऊ पहुंचकर गन्ना आयुक्त प्रभु नारायण लिखित में मांग पत्र देते हुए कहा की हमारे जिले में गन्ना माफियाओं को संरक्षण देने वाली हमारे जिले से हर बर्ष एक बाहरी चीनी मिल गन्ना खरीद करके ले जाती है। जिसका गन्ना किसानों ने काफी लंबे समय से विरोध करते हुए गन्ना बरेली आयुक्त से लेकर जिले के गन्ने केअधिकारियों से लिखित शिकायत की लेकिन हमारी समस्या का समाधान नहीं हुआ। और कहा की जिले की बाहरी चीनी मिल का विकासखंड सालापुर क्षेत्र के आवाला रोड गांव हुसैनपुर पर एक है।उस बाहरी चीनी मिल के गन्ना क्रय केंद्र से हटकर हमारा गन्ना क्रय केंद्र यदु शुगर मिल बिसौली का लग जाए और किसानों का कहना है कि इस बाहरी चीनी मिल ने अभी तक हमारा गन्ने का बकाया भुगतान नहीं किया है। और नाराज गन्ना किसानों ने कई बार जिले के गन्ना विभाग के अधिकारियों को भी लिखित शिकायत की थी। जिसमें जिले में सबसे ज्यादा विकासखंड सालारपुर क्षेत्र के गांव बावट की समस्या का जाल बढ़ता चला जा रहा है।लेकिन हार खाकर गुस्साओं गन्ना किसानों ने लखनऊ पहुंचकर गन्ना आयुक्त प्रभु नारायण को बताया है कि जिले से एक बाहरी चीनी मिल का गन्ना देने को बहिष्कार करते हुए बताया है। कि समय पर गन्ना भुगतान न होने पर एवं इस बाहरी चीनी मिल के गन्ना क्रय केंद्रों पर गन्ना माफियाओं का बोल वाला रहता है। और गन्ना क्रय केंद्र तौल इंचार्ज किसानों के गन्ने के चेक बेट सेल के माध्यम से गन्ना इंचार्ज अपने कमरे माफिया के संरक्षण पर बनाते हैं। एवं गन्ना उठान की व्यवस्था सही नहीं रहती है।और बाहरी चीनी मिल का विकासखंड सालारपुर क्षेत्र में एक गन्ना क्रय केंद्र हुसैनपुर किसानों को अपने गांव बावट से करीब छः किलो मीटर की दूरी पर है। इसलिए जिस कारण जिले से बाहरी चीनी मिल के गन्ना किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसलिए जिले से एक बाहरी चीनी मिल का गन्ना क्रय केंद्र को न लगवाने में गन्ना किसानों को काफी राहत मिलेगी।और गन्ना किसानों विकासखंड सालारपुर क्षेत्र के गांव बावट के गन्ना किसानों ने सोमवार को लखनऊ पहुंचकर गन्ना आयुक्त प्रभु नारायण से मिलकर अपनी गुहार लगाते हुए। एवं गन्ना किसानों ने बाहरी राणा शुगर मिल करीमगंज शाहाबाद को बहिष्कार करते हुए अवगत कराया है।की हमारे जिले का गन्ना हमारी जिले कि यदु शुगर मिल बिसौली को जाए। जो जिले से एक बाहरी चीनी मिल राणा शुगर मिल करीमगंज शाहाबाद के द्वारा अभी तक गन्ने का वकाया भुगतान नहीं किया गया है।जो इस वर्ष भी गन्ना विभाग के अधिकारी एवं उसी चीनी मिल के कर्मचारी उसी चीनी मिल का गन्ना क्रय केंद्र कुछ दिनों बाद लगने में आमादा है।जो क्षेत्र के कुछ गन्ना किसानों का कहना है हमारे जिले की एक बाहरी चीनी मिल के एक गन्ना क्रय केंद्र पर चिन्हित गन्ना माफियाओं का जमावड़ा एवं बोलबला रहता है। उन चिन्हित गन्ना माफियाओं का गन्ना बी केंन के द्वारा माफियाओं का गन्ना भेज दिया जाता है।और किसानों की गन्ना क्रय केंद्र पर गन्ने से लदी ट्रालियां खड़ी रहती हैं और किसानों का गन्ना सूखता रहता है।जहां किसानों को गन्ना बेचने में काफी नुकसान होता है। आखिर में इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए गन्ना आयुक्त लखनऊ प्रभु नारायण ने सभी गन्ना किसानों को यदु शुगर मिल के लिए गन्ना क्रय केंद्र लगवाने को पूर्ण तरीके से भरोसा दिया है। और गन्ना किसान यदु शुगर मिल बिसौली के लिए गन्ना देने के लिए इच्छुक हैं। गुस्साए गन्ना किसानों ने इस समस्या को चिन्हित करते हुए गन्ना आयुक्त के पास पहुंचकर पत्र लिखते हुए कई अवगत कराया है। और गन्ना आयुक्त लखनऊ प्रभु नारायण ने किसानों को समस्या का समाधान करने के तत्काल प्रभाव के साथ आश्वासन दे दिया है।शिकायतकर्ता किसान। राजवीर सिंह, बृजभान सिंह, प्रमोद और पप्पू सिंह, पूर्व प्रधान जमुना सिंह, भूपेंद्र सिंह,होराम सिंह यादव, हरिनंदन , पुष्पेंद्र, धर्मेंद्र सिंह उर्फ वीरपाल सिंह, बृजपाल यादव, नरोत्तम सिंह, ओमेंद्र पटेल, पवन पटेल, राजवीर सिंह, रामसेवक यादव, राकेश यादव, रवि पटेल, रिंकू पटेल, गुड्डू यादव, नवीन कुमार, परमवीर यादव, राममूर्ति सिंह, संदेश राठौर, सुनील कुमार, महेंद्र सिंह, मुनेंद्र कुमार, दर्जन भर से अधिक किसानो ने यदु शुगर मिल के गन्ना क्रय केंद्र को खुलवाने के लिए गन्ना आयुक्त लखनऊ पहुंच कर मिले हैं।




















































































