भष्ट्राचार हमारे समाज को खोंखला कर रहा है- अनिरूद्ध शर्मा, प्रधानाध्यापक
बदायूं। संविलित विद्यालय कथरा खगेई, विकास क्षेत्र जगत में स्टूडेंट पुलिस कैडेट कार्यक्रम के अन्तर्गत प्रिंयका त्यागी, महिला हैल्प डेस्क प्रभारी थाना.मूसाझाग, जनपद. बदायूँ द्वारा बालिकाओं को स्वावलंबी बनाने एवं उनमें जागरूकता लाने के लिये विभिन्न विभागीय एवं पुलिस विभाग की योजनाओं के बारे में बताया गया। विद्यालय के प्रधानाध्यापक अनिरूद्ध शर्मा ने बताया कि यह योजना जनपद के 2458 परिषदीय विद्यालयों में से 06 परिषदीय विद्यालयों में संचालित की जा रही हैं। जिसके द्वारा बच्चों में नैतिक गुणों का विकास अनुशासन की भावना का विकास देश प्रेम एवम नेतृत्व क्षमता का विकास होगा। कार्यक्रम के नोडल शिक्षक धर्मेन्द्र कुमार ने बताया कि भ्रष्टाचार किसी भी प्रकार के रिश्वत के बदले व्यक्तियों या समूह द्वारा किए गए किसी भी कार्य को संदर्भित करता है। भ्रष्टाचार को एक बेईमान और आपराधिक कृत्य माना जाता है। साबित होने पर भ्रष्टाचार कानूनी दंड का कारण बन सकता है। अक्सर भ्रष्टाचार के कार्य में कुछ के अधिकार और विशेषाधिकार शामिल होते हैं। भ्रष्टाचार की सभी विशेषताओं और पहलुओं को ध्यान में रखते हुए ऐसी परिभाषा खोजना बहुत कठिन है। हालांकि राष्ट्र के जिम्मेदार नागरिक के रूप में हम सभी को भ्रष्टाचार के सही अर्थ और उसके हर रूप में प्रकट होने के बारे में जागरूक होना चाहिए ताकि जब भी हम इसका सामना करें तो हम इसके खिलाफ आवाज उठा सकें और न्याय के लिए लड़ सकें। विद्यालय के शिक्षक दानिश कदीर ने बताया कि आज कोई भी देश भ्रष्टाचार की बीमारी से अछूता नहीं है। सभी देश और हर देश इसमें अनैच्छिक रूप से भाग लेता है क्योंकि यही अविश्वसनीय सफलता और शक्ति की कुंजी है। और शक्ति धन की राशि से आती है इसलिए लोग नैतिक रूप से खुद को नीचा दिखाते हैं और नकदी के लिए गलत दिशा में भागते हैं। सभी देशों में भ्रष्टाचार की मात्रा में अंतर हो सकता है लेकिन यह सभी समान है। सार्वजनिक जीवन व्यक्तिगत जीवन राजनीति प्रशासन शिक्षा और यहाँ तक कि अनुसंधान और सुरक्षा भी भ्रष्टाचार से अछूती नहीं है। शायद ही कोई अपवाद हो। अन्य देशों में भ्रष्टाचार को उचित दंड दिया जाता है लेकिन भारत में ऐसा नहीं है क्योंकि किसी भी भ्रष्टाचार के लिए कोई विशिष्ट सजा नहीं है। भ्रष्टाचार एक ऐसा अपराध है जो जीवन को बर्बाद नहीं करता बल्कि परिवारों को भी बर्बाद करता है क्योंकि एक बार जब व्यक्ति को इसकी आदत हो जाती है तो उसे खुद के अलावा कोई नहीं रोक सकता है। विद्यालय के प्रधानाध्यापक अनिरूद्ध शर्मा, द्वारा स्टूडेंट् पुलिस कैडेट कार्यक्रम के बारे में विस्तार से बताया गया। कार्यक्रम में थाना मूसाझाग से राजेन्द्र कुमार एवं विद्यालय के प्रधानाध्यापक अनिरूद्ध शर्मा, शिक्षक दानिश कदीर धर्मेन्द्र कुमार बंदना निरंजन अनुदेशक देवेन्द्र सिंह देविका गुप्ता आदि लोग उपस्थित रहे।