कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय से दो छात्राए फरार,बरामद,संक्रामक रोग फैले,चारा छात्रा बीमार
बदायूँ। कस्बा वज़ीरगज में संचालित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यायल में तैनात स्टाफ की लापरवाही की बजह से दो बालिकाएं दीवार फांद कर निकल गयी।सुबह तड़के गश्त कर रही चीता मोबाइल पुलिस ने दोनों नाबालिग बालिकाओं को आँवला रोड पर जाते देखा। पूंछताछ करने पर मामला संदिग्ध लगने पर पुलिस उन्हें थाने लाई तब जाकर मामला पुलिस की समझ मे आया। बालिकाओं के गायब होने की सूचना से हड़कंप मच गया। अधिकारियों को जानकारी दी गयी जिस पर एसडीएम बिसौली कल्पना जायसवाल ने बारीकी से स्कूल का जायजा लिया व स्टाफ से पूंछताछ की। इधर बीएसए स्वाति भारती ने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए विद्यालय में तैनात स्टाफ व चौकीदार, सुरक्षा गार्ड तथा वार्डेन से लिखित स्पष्टीकरण मांगा है दोषी पाए जाने पर विभागीय कार्यवाही की चेतावनी दी है। दोनों ने अपने नाम 11 वर्षीय मधु पुत्री जालिम सिंह तथा मंजू 11 वर्ष पुत्री लालता प्रसाद निवासी जमालपुर बताए। पुलिस बालिकाओं को थाने ले गयी जहां इंस्पेक्टर धनंजय पांडेय ने पूछताछ की तो पता चला कि दोनों बालिकाएं कस्बे के कस्तूरवा आवासीय बालिका विद्यालय में पढ़ती है। फोन से परिवार वालों को बुला कर जानकरी जुताई तब बच्चियों ने बताया कि वह रक्षाबन्धन पर अपने घर गयी थी जबकि स्थानीय छात्राएं जन्माष्टमी पर भी अपने घर चली गयी थी। बालिका विद्यालय में तैनात नियमित स्टाफ 24 घंटे विद्यालय परिसर में ही रहता है। इसके अलावा सबसे अधिक जिम्मेदारी विद्यालय में तैनात वार्डेन नीलम सक्सेना की होती है। इसके अलावा चौकीदार संतोष के साथ गेट पर एक पुलिस का सुरक्षा कर्मी तैनात रहता है।बाबजूद इसके दोनो बालिकाएं चकमा देकर निकल गयी। जिससे हड़कंप मच गया। एसडीएम बिसौली ने किया निरीक्ष। इसके अलावा एसडीएम ने स्कूल में लगे सीसीटीवी कैमरे भी खंगाले। दोनों बच्चियों को उनके माता पिता के सुपुर्द कर दिया गया है। जबकि बच्चियां भी स्कूल में पढ़ना नही चाह रही है जबकि उनके परिजन उन्हें पढ़ाना चाह रहे है लेकिन बीएसए ने साफ कह दिया जब बच्चियों के मन होगा तभी उन्हें यहाँ भेजे। वार्डेन की लापरवाही से विद्यालय परिसर में फैली गंदगी गंदगी से फैले संक्रमण की चपेट में आई चार बालिकाएं एसडीएम की पहल पर सैदपुर सीएचसी की टीम ने किया बालिकाओं का परीक्षण लापरवाही के कारण स्कूल परिसर में बच्चों के खेल मैदान में बड़ी बड़ी घास खड़ी है। तो वही साफ सफाई का भी अभाव है। गंदगी के चलते स्कूली बच्चों में संक्रमण पनप रहा है। सैदपुर सीएचसी की टीम ने बच्चियों की जांच की तो दो मलेरिया पॉजिटिव तथा दो को वायरल निकला। एसडीएम कल्पना जायसवाल ने परिसर में गंदगी देख सैदपुर सीएचसी की टीम बुलाकर बालिका के स्वास्थ्य की जांच कराई तो उन्हें बुखार निकला।तभी टीम ने उन्हें स्थानीय सीएचसी भेजा जहां पर यहां पढ़ने वाली 13 वर्षीय शिवानी और निशा 11 वर्ष को मलेरिया पॉजिटिव निकला तथा अंशिका 10 वर्ष और अनुराधा 10 वर्ष वायरल बुखार से पीड़ित निकली है। जबकि टीम द्वारा केवल चार बालिकाओं का ही चेकअप किया गया है। पीड़ित बालिकाओं को दवा देकर स्कूल भेज दिया गया है।




















































































