कारवान ए अमजद अकादमी ने शिक्षक दिवस पर मुशायरा कराया
बदायूं। शिक्षक दिवस के उपलक्ष्य में कारवान ए अमजद अकादमी के तत्वाधान में उस्ताद शायर खालिद नदीम बदायूंनी की सदारत में एक शेअरी नशिस्त का आयोजन नाहर खां सराय में किया गया। जिसमे मुख्य अतिथि के रूप में कांग्रेस के शहर अध्यक्ष चौ०वफाती मियां एवं राष्ट्रपति पुरुस्कार प्राप्त सेवानिवृत शिक्षक मुहम्मद असरार अहमद खां मुजतर मौजूद रहे।प्रोग्राम की निजामत मशहूर शायर अहमद अमजदी बदायूंनी ने की। मुशायरे से पूर्व अकादमी द्वारा शिक्षक दिवस पर राष्ट्रपति पुरुस्कार प्राप्त सेवानिवृत शिक्षक असरार अहमद को शाल ओढ़ाकर और मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया। साथ ही समाजसेवी कार्यों के लिए चौधरी वफाती मियां को भी शॉल ओढ़ाकर और मोमेंटो देकर सम्मानित किया। मुशायरे का आगाज़ अबरार अहमद ने नात शरीफ पढ़कर किया।उन्होंने सुनाया – ऐ वादे सवा तेरा क्या हाल हुआ होगा, रूखसारे नबी तूने जिस वक्त छुआ होगा। खालिद नदीम बदायूंनी ने फरमाया- झूठ की राह पर चलने के दिखाकर नुकसान सच के रस्ते पे चलाता है हमारा उस्ताद। अकादमी अध्यक्ष अहमद अमजदी ने पढ़ा – हमने बरसों दरो दीवार से बातें की हैं, तब कहीं साहिब ए किरदार से बातें की हैं। वो भी साज़िश में ज़माने की हुआ है शामिल जिस ने कल हम से बड़े प्यार से बातें की हैं।चंद्रपाल सिंह सरल ने कहा – खुश हुआ है आपसे मिलकर जमाना प्यार के रंग को बस यूं ही लगाना। खूबसूरत पंख है नाचो मयूरी देखकर पैरों को क्या आंसू बहाना। असरार मुज्तर ने पढ़ा – गुलाबो से खुशबू बहुत आ रही है, गुलिस्तां में शायद बहार आ गई है। डॉ अरविंद धवल ने पढ़ा – छू मंतर हो जाता है मेरे पर कटने का डर जब उड़ान पहली कोई मासूम परिंदा भरता है। शम्स मुजाहिदी ने कहा- हक है उस्ताद का बाप से भी अधिक अल्लाह अल्लाह ये रुतबा है तालीम का। सब की नजरो में मैं आज जो कुछ भी हूं शम्स ये सब नतीजा है तालीम का। संस्था सचिव राजवीर सिंह तरंग ने पढ़ा- धन्यवाद प्रभु आप को दिया उचित किरदार शिक्षक बन कर मै करुं भले कर्म साहकार बिलाल अहमद बिलाल ने पढ़ा – ब ज़ाहिर बात जो मीठी नहीं है, ये मत कहिये के वो सच्चाी नहीं है। बिलाल आ जाऊँ जब तक मै ना वापस, मेरी माँ रात को सोती नहीं है। कार्यक्रम में उस्ताद खालिद नदीम बदयूनी, चंद्र पाल सिंह सरल, डॉ अरविंद धवल को भी शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया वहीं सभी शायर व कवियों का भी सम्मान किया गया। इस मौके पर ज़मीर अहमद,अतिकुर्रहमान, रिफाकत , सलमान आदि श्रोताओं ने जमकर शायरो को दाद ओ तहसीन से नवाजा। आखिर में मुख्य अतिथि चौधरी वफाती मियां ने कारवान ए अमजद अकादमी के अध्यक्ष अहमद अमजदी और पूरी टीम की प्रशंसा करते हुए कहा कि अकादमी द्वारा सांस्कृतिक साहित्यिक और सामाजिक क्षेत्र में निरंतर कार्य किए जाते है। आज शिक्षक दिवस समारोह एवं मुशायरा का आयोजन करके प्रशंसनीय कार्य किया है। अंत में संस्था सचिव राजवीर सिंह तरंग ने सभी का आभार व्यक्त किया।




















































































