बदायूं के डा गोविल दंपती डकैती कांड का पर्दाफाश, अंतर्राज्यीय डकैत समेत चार डकैत गिरफ्तार
बदायूं। आपको बता दे कि बदायू शहर की कोतवाली सदर इलाके में परशुराम चौक से जोगीपुरा जाने वाले मार्ग पर शिव कुटीर में डॉ0 एस.एन. गोविल के आवास पर 16 अगस्त को सरे शाम कुछ अज्ञात बदमाशों ने बुजुर्ग डा दंपत्ति को बंधक बनाकर घर में चालीस हजार नगद,सोने के आभूषण लूटे थे। घटना की गंभीरता के दृष्टिगत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डा ओ0पी0 सिंह के द्वारा एसओजी टीम व थाना कोतवाली पुलिस की दो अलग -अलग टीम बनाकर घटना का अविलम्ब खुलासा करने हेतु निर्देशित किया गया था। जिसके क्रम में सीसीटीवी फुटेज/इलैक्ट्रानिक साक्ष्य एवं धरातलीय सूचनाओं के आधार पर महत्त्वपुर्ण सफलता प्राप्त करते हुए 04 डकैत को गिरफ्तार कर घटना का खुलासा किया गया। एस एस पी डा ओपी सिंह ने प्रेस वार्ता में बताया कि गिरफ्तार डकैत शहनवाज निवासी मोहल्ला मछली बाजार कोतवाली सदर लोकल का रहने वाला है। लगभग एक वर्ष पूर्व में यह डा0 एस वी अग्रवाल मोहल्ला पनबडिया की कार चलाता था। एक दिन एस वी डाक्टर की पत्नी को डॉ0 एस एन गोविल के यहां लेकर गया था । इस दौरान उसने पता कर लिया कि डा0 गोविल पत्नी समेत अकेले रहते है तथा इनके बेटे नोएडा में डाक्टर है । यह परिवार काफी धनाढ्य है। अभियुक्त शहनवाज 04-05 माह से बरेली में रहकर आटो चलाता है यहाँ पर इसकी दोस्ती शोभित गुप्ता नि0 मो0 गंगानगर थाना सुभाषनगर जनपद बरेली से हो गई । अभियुक्त शहनवाज ने अपने दोस्त शोभित को डाक्टर के परिवार के बारे में पूरी जानकारी दी शोभित गुप्ता जानता था कि शंकर शर्मा लूट व अन्य संगीन अपराध के मुकदमों में जेल जा चुका है। यह काम शंकर शर्मा कर सकता है । इस पर शोभित ने अपने दोस्त शंकर को शहनबाज से मिलवाया और योजना बनाई कि अगर इस डाक्टर के आवास में लूट की जाये तो हम सबको अच्छा खासा पैसा मिलेगा। इसके बाद घटना से 08-10 दिन पूर्व अभियुक्त शहनवाज, शोभित तथा शंकर शर्मा आटो से बदायूं आकर डाक्टर दम्पत्ति के घर/क्लीनिक में मरीज बनकर रैकी कर वापस बरेली चले गये । शंकर शर्मा ने कहा था कि उचित समय पर मैं बाहर से लडकों को बुलाऊंगा जो पूर्व में मेरे साथ बरेली व अन्य जिलों से भी जेल गये है। बाहर के व्यक्तियों के होने से पहचान की गुंजाइश कम होती है । 15 अगस्त को पुनः शंकर व करनवीर सिंह द्वारा रैकी की गई तथा योजनाबद्द तरीके से 16 अगस्त को 84 घन्टा मन्दिर सुभाषनगर बरेली पर सभी लोग इकट्ठा हुए वहां से करनवीर व निर्मल एवं राजू उपरोक्त तीनों करनवीर की पल्सर बाईक से जनपद बरेली से बदायूं आये तथा बाकी शंकर शर्मा, शनि उर्फ अशोक धारीवाल, शोभित गुप्ता, शहनवाज खान बस से आये। डाक्टर के घर के पास पहुचकर इन सभी ने रैकी की तथा दोनो तरफ के दरवाजों से आने जाने वालों पर नजर रखने लगे। बारी बारी सभी कर्मचारी व मरीज वहां से चले गये । जैसे ही शायं 07 बजे के बाद डाक्टर मरीजो के देखकर अन्दर हाल में चले गये तथा बाहर के गेट की लाईट जली वैसे ही हम लोग फुर्ती से अन्दर घुसकर गेट की लाइट बन्द कर दी तथा डाक्टर को तमंचे के बल पर डराकर अपने कब्जे में ले लिया। तभी डाक्टर की पत्नी चाय लेकर आयी तो उन्हें भी कब्जे में ले लिया । तथा टेप से दोनों के हाथ बांध दिये तथा लूट करने लगे। कुछ समय बाद मैन गेट पर खटखट की आवाज आने लगी और डाक्टर को कोई बुलाने लगा। जिससे हम लोग किसी के आने की आहट से दूसरे छोटे गेट से जो भी नगद रुपये व सामान मिला, लेकर बाहर निकल गये। तथा अपने अपने साधनों से बरेली चले गये। एस एस पी ने पुलिस टीम को पुरस्कृत करने की घोषण की है।