डीएम ने विद्यालयों का औचक निरीक्षण कर परखी व्यवस्थाएं
बदायूँ। जिलाधिकारी मनोज कुमार ने मंगलवार को विकासखंड उझानी अंतर्गत शेखूपुर के कन्या जूनियर हाई स्कूल एवं संविलियन उच्च प्राथमिक विद्यालय का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने बच्चों से गिनती, पहाड़े अंग्रेजी, संधि विच्छेद, उर्दू, महान पुरुषों, चंद्रयान-3 आदि के बारे में सुना। उन्होंने शिक्षकों को निर्देश दिए कि विद्यालय में लगाए चार्ट के बारे में बच्चों को अच्छे ढंग से जानकारी होना चाहिए। चार्ट बनाने वाले बच्चों को पूरी जानकारी हो। बच्चियों को फोलिक एसिड आयरन की गोली समय से दी जाए। विद्यालय भवनो एवं परिसरों की साफ सफाई अच्छे ढंग से कराई जाए। विद्यालयों को अच्छे ढंग से मेंटेनेंस कराया जाए। सभी बच्चे नियमित विद्यालय में आए उपस्थिति शत-प्रतिशत होनी चाहिए। विद्यालय में आवश्यक प्रशासनिक मोबाइल नंबरों की वॉल पेंटिंग कराई जाए। डीएम को संविलियन उच्च प्राथमिक विद्यालय का निरीक्षण करते समय काफी कमियां मिलने पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने शिक्षकों को निर्देश दिए कि बच्चों को अच्छे ढंग से मेहनत से पढ़या जाए। उन्होंने कहा कि बच्चों को सीटिंग प्लान बनाकर उसके अनुसार कक्षा में बैठाया जाए। शिक्षक यह सुनिश्चित करें कि कक्षा में सभी बच्चों को समान पढ़ना लिखना आना चाहिए। उन्होंने कहा कि बच्चों को आगे बढ़ने का प्रयास किया जाएगा जिससे भविष्य उज्जवल हो सके। प्रतिदिन प्रार्थना सभा में बच्चों को अपने जिले, प्रदेश, देश की महान विभूतियों के विषय में बताया जाए, साथ ही नवाचार का प्रयास किया जाए। तत्पश्चात जिलाधिकारी ने ग्राम शेखूपुर विकासखंड उझानी के आंगनबाड़ी के दो केन्द्रों का स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के समय प्राइमरी पाठशाला शेखूपुर में 6 आंगनबाड़ी केंद्र संचालित पाए गए। पांच माह की पांच गर्भवती महिलाओं को गोद भराई कराई गई। उन्होने गर्भवती महिलाओं से उनके स्वास्थ्य की जांच एवं उनके नियमित रूप से अधिक ऊर्जा वाले भोजन लेने का संदेश दिया गया। आंगनबाड़ी केंद्र द्वारा वितरित किए गए खाद्यान्न के वितरण का सत्यापन किया गया। उन्होने उपस्थित गर्भवती महिलाओं को नियमित रूप से स्वास्थ्य जांच एवं उचित आहार लेने की सलाह दी गई साथ ही साथ विभाग को निर्देशित किया गया की इन गर्भवती महिलाओं की नियमित रूप से जांच कराई तथा गृह भ्रमण कर आवश्यक स्वास्थ्य एवं पोषण शिक्षा उपलब्ध कराएं। डीएम ने आंगनबाड़ी केंद्र के कायाकल्प योजना के अन्तर्गत विकास करने का भी निर्देश दिया गया। डीएम ने सबीना पत्नी नवाब नीतू पत्नी रोहित कन्यावती पत्नी योगेंद्र फुल पत्नी कृष्णपाल रीना पत्नी फूल मियां के गोद भराई समारोह में भाग लिय। संभव अभियान के अंतर्गत जिलाधिकारी द्वारा धात्री माता एवं सात माह से ऊपर के बच्चों की माता को ऊपरी आहार के महत्व के बारे में भी बताया गया साथ ही साथ जिलाधिकारी द्वारा नियमित रूप से टीकाकरण तथा बच्चों के वजन एवं लंबाई करने के लिए भी माता-पिता को प्रोत्साहित किया गया जिलाधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया कि यदि ग्राम में कोई भी बच्चा स्वयं क्रांतिकारी का है तथा उसकी एनआरसी भेजना आवश्यक है तो प्रत्येक दशा में माता-पिता का नैतिक दायित्व है कि वह अपने बच्चों को भर्ती कराए। निरीक्षण के दौरान आंगनबाड़ी कार्यकत्री कवित्री देवी स्वरूप सुनीता ममता नजमा राना बी सुनीता इत्यादि उपस्थित रही। इस अवसर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी, पी0के0 सिंह सीडीपीओ तरुण कुमार वर्मा एवं जिला समन्वयक बालिका शिक्षा प्रशांत कुमार गंगवार मौजूद रहे।