बदायूं। गौरी शंकर मंदिर में चल रही श्री शिव महापुराण की कथा के आठवें दिन कथा व्यास दीपक शंखधार ने कहा ,शिव के समान कोई दाता नहीं है। शिव का एक नाम आशुतोष है अर्थात बहुत जल्दी प्रसन्न होकर शिव भक्त को वह सब कुछ दे देते हैं जो वह मांगता है। उन्होंने कहा शिवपुराण भगवान शिव का ही एक रुप है इसलिए सब कामो को छोड़ कर शिव की कथा सुनना चाहिए। भोले नाथ बिना कारण ही भक्तों पर अपनी कृपा कर देते हैं।कथा व्यास ने असुरों के संसार की भी कथा विस्तार से सुनाई । भक्तों ने भजनों की मधुर ध्वनि पर जमकर भाव नृत्य किया। भक्तों की अपार भीड़ से भरे कथा पांडाल को भी सुदर ढंग से सजाया गया । ओम नारायण उपाध्याय, आर के उपाध्याय अनिल कुमार गुप्ता, तनुज मिश्रा, राजेश सारस्वत, सुरेंद्र उपाध्याय, अभिषेक उपाध्याय आदि का विशेष सहयोग रहा । संचालन कामेश पाठक ने किया । मूल पाठ आचार्य शिवम् ने किया और पूजन का कार्य पंडित प्रफुल्लकांत शुक्ल,सोनू पाराशरी,एवं रवीकांत दुवे ने करवाया । प्रधानाचार्य मुकेश मोहन पाठक सहित रमेशचंद्र शंखवार,विक्की उपाध्याय ,दिनेश गुप्ता, गोपाल साहू,तनुज मिश्र, समेत सैकड़ों भक्तगण कथा में मौजूद रहे । दीपक , पीयुष मुनि,जयपाल जी और आशीष जी ने वाद्ययंत्रों पर संगत दी। मुख्यातिथि के रुप में आचार्य गुरुचरन मिश्र तथा पंडित हरीशंकर जी संयुक्त रुप से रहे ।