उत्तर प्रदेश दस्तावेज लेखक एसोसिएशन के त्रिवार्षिक चुनाव में बरेली के वेद प्रकाश सक्सेना प्रदेश अध्यक्ष, इटावा के विकास नारायण प्रदेश महामंत्री निर्वाचित

बदायूँ। उत्तर प्रदेश दस्तावेज लेखक एसोसिएशन का त्रिवार्षिक चुनाव जिला अध्यक्ष ज्ञाना नन्द पाण्डेय उर्फ बंगाली बाबू के नेतृत्व में बदायूं सदर इकाई के सहयोग से सफलता पूर्वक सम्पन्न कराया गया। इस अवसर पर समस्त उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए दस्तावेज लेखकों ने चुनाव प्रक्रिया में भाग लिया ।चुनाव अधिकारी हाजी खुर्शीद अनवर ने बरेली सदर से वेद प्रकाश सक्सेना को प्रदेश अध्यक्ष,इटावा सदर से विकास नारायण को प्रदेश महामंत्री, मुजफ्फर नगर सदर से प्रमोद कुमार को प्रदेश उपाध्यक्ष, सहसवान से महेंद्र सिंह शाक्य को प्रदेश मंत्री, आगरा सदर के लाखन सिंह बघेल को कोषाध्यक्ष तथा बुलन्दशहर सदर से संजय कुमार को लेखा परीक्षक के पद पर निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया और अंत में शपथ ग्रहण कराई गई।

जिला आर्गनाइजर अभिषेक पाण्डेय द्वारा चुनाव का आयोजन और चुनाव प्रक्रिया में सहयोगी का दायित्व निभाया गया। कार्यक्रम स्थल पर प्रातः 8 बजे से विभिन्न जिलों से सदस्यों का आगमन शुरू हो गया जो ग्यारह बजे तक निरंतर बना रहा। जिला महामंत्री जोगेंद्र सिंह शाक्य बदायूं सदर अध्यक्ष मुकेश बाबू चेतन तोमर रूपेन्द्र सिंह विशेष यादव अमित चतुर्वेदी सचिन सक्सेना रविंद्र गुप्ता उमेश कश्यप दीपक सक्सेना दीनदयाल देवेश सिंह कुसुम यादव आर्येंद्र कुमार रामकुमार सिंह गौरव शर्मा आदि ने आगंतुक दस्तावेज लेखकों का स्वागत किया। इस अवसर पर गोरखपुर से पधारे निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष शैलेश गोस्वामी ने पूर्व मेरठ अधिवेशन प्रस्तावों की स्वीकृति के साथ अपने कार्यकाल की उपलब्धियों को बताते हुए नई कार्यकारणी को भविष्य में दस्तावेज लेखकों के हित में कार्य करने की शुभकामनाएं दी गई।
एल्डर कमेटी के अध्यक्ष तुलसीदास द्वारा इतने भव्य आयोजन के लिए बदायूं जनपद तथा सहसवान बिसौली बिल्सी के सभी साथियों के साथ ही मेरठ से संजय गुप्ता द्वारा एसोसिएशन के हित में अध्यक्ष पद से नाम वापस लेकर चुनाव निर्विरोध कराने की सराहना की। अंत में जिला अध्यक्ष ज्ञाना नन्द पाण्डेय ने विशाल आयोजन को सफलता पूर्वक संपन्न कराने के लिए सभी सहयोगियों का आभार प्रकट किया और उत्तर प्रदेश एसोसिएशन के संस्थापक स्व0 हरी प्रकाश खट्टेवाल के चित्र पर माल्या अर्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई।