बिल्सी के बीडीवी कालेज में हुआ कार्यक्रम बिल्सी। नगर के भूदेवी वार्ष्णेय इंटर कालेज में आज गुरुवार को भोले के भक्तों ने यहां भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह धूमधाम से मनाया गया। यहां शिव विवाह की कथा सुनाते हुए कथावाचक ने बताया कि भगवान शिव को पति रूप में प्राप्त करने के लिए माता पार्वती ने कठोर तपस्या की थी। शिवजी ने तपस्या से प्रसन्न होकर फाल्गुन मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी के दिन माता पार्वती के साथ विवाह किया था। माता पार्वती ने जहां तपस्या की थी, वह स्थान आज केदारनाथ के पास स्थिति गौरी कुंड है और तपस्या पूरी होकर गुप्तकाशी में देवी पार्वती ने भगवान शिव के सामने विवाह का प्रस्ताव रखा, जिसे भगवान शिव ने स्वीकार कर लिया था। महादेव ने जब माता पार्वती के साथ विवाह के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया, तब माता के पिता हिमालय ने विवाह की तैयारियां जोरो-शोरों से शुरू कर दी थी और उनकी शादी उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में हुई थी। जहां भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था, वह स्थान आज रुद्रप्रयाग एक गांव त्रिर्युगी नारायण के नाम से जाना जाता है। भगवान शिव की बारात के दौरान भक्त जमकर झूमे। शिव विवाह की कथा संपन्न होने भक्तों ने प्रसाद का वितरण किया। इस मौके पर संजीव वार्ष्णेय, रविशंकर गुप्ता, अवनेश वार्ष्णेय, चंद्रकुमार शर्मा, अमित माहेश्वरी, सुनील कुमार, गीता रानी, श्वेता माहेश्वरी आदि मौजूद रहे।