बिल्सी, तहसील क्षेत्र के ग्राम गुधनी में स्थित आर्य समाज मंदिर में शिव त्रयोदशी एवं महर्षि दयानंद ऋषि बोधोत्सव का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। वैदिक विद्वान आचार्य संजीव रूप के निर्देशन में श्रद्धालुओं ने पवित्र यज्ञ किया तथा सबके कल्याण की भावना के साथ आहुतियां प्रदान की । इस अवसर पर आचार्य संजीव रूप ने कहा महर्षि दयानंद ने सच्चे शिव की खोज में बीस वर्ष की आयु में घर छोड़ दिया तथा 20 वर्षों तक देश भर में भ्रमण करते रहे । अनेक साधु-संतों योगी जटियों से मिले पर हर जगह पाखण्ड मिला। बीस वर्ष बाद मथुरा के गुरु विरजानंद से मिलकर वेदों का ज्ञान पाकर उन्हें सच्चे शिव का आत्मदर्शन हुआ। उन्होंने संसार के लोगों को समझाया भगवान शिव कल्याण करने वाले हैं अपने भक्तों को वह इसी भावना से भरना चाहते हैं अर्थात जो कोई ईश्वर भक्त बनना चाहे उसको भक्ति का शुभारंभ यही है कि वह किसी से बैर ना रखें किंतु सब से प्रेम करें , झूठ कभी ना बोले सत्य ही बोले,चोरी व लंपटता कभी न करें किंतु सदाचारी , जितेंद्रिय हो! इस अवसर पर परुन आर्य नजीबाबाद से पधारे उन्होंने सुंदर भजन गाए, मास्टर अगरपाल सिंह, सचिन , प्रश्रयआर्य, श्रीमती प्रज्ञा आर्य, ओमप्रकाश सिंह सुखबीर सिंह श्रीमती संतोष कुमारी तानिया रानी आदि मौजूद रहे