बदायूं। राजनीति के प्रभाव में बीडीओ फाइल दबाए बैठे, प्रस्ताव की मंजूरी या निरस्त पर नही कर रहे करवाई।गांव की महिलाए और पुरुष बड़ी संख्या में कई ट्रैक्टर ट्राली में भर कर डीएम कार्यालय पहुंचे।डीएम ने दिए जांच के आदेश, कहा बहुमत वाले रीना प्रस्ताव को मिलेगा कोटा। रीना को 195 लोगो ने दिए वोट,सबसे अधिक मिले वोट बदायूं के ब्लाक सलारपुर के ग्राम बरातेगदार में मां शेरावाली महिला स्वयं सहायता समूह का 19 जून को एक आमसभा में कोटे के लिए प्रस्ताव हुआ था। जिसमें मां शेरावाली महिला स्वयं सहायता समूह की महिलाएं विजय घोषित हुई। जिनको 195 लोगों ने सपोर्ट किया। यह प्रस्ताव सिविल लाइन थाना पुलिस की मौजूदगी में हुआ। प्रस्ताव के समय सचिव ब्रह्म नारायण, एडीओ खालिद और डॉक्टर संजय कुमार मौजूद थे। लेकिन उसके बाद एडीओ खालिद ने कागज पर दस्तखत नहीं किए और न ही कार्रवाई की। कोटे का प्रस्ताव पूर्ण बहुमत से मां शेरावाली महिला स्वयं सहायता समूह के नाम हुआ। फिर भी इस प्रस्ताव को मंजूरी नहीं दी जा रही। गांव वालो ने आरोप लगाया कि बी डी ओ राजनीतिक प्रभाव की वजह से फाइल दबाए बैठे हैं। वह इस प्रस्ताव को मंजूर नहीं कर रहे और नही निरस्त कर रहे। गांव वाले कहते हैं कि एक माननीय बहुमत के प्रस्ताव के खिलाफ है। वह जिसे एक मत मिला हे उसे फर्जी तरीके से राशन कोटा दिलाने के लिए अपने पद और सत्ता का दुरुपयोग कर रहे हैं। जिसके सभी गांव वाले खिलाफ है। गांव की महिलाए और पुरुष आज बड़ी संख्या में कई ट्रैक्टर ट्राली में भर कर कलेक्ट्रेट पहुंचे और ग्राम प्रधान देवपाल सिंह के नेतृत्व में डीएम से मिले। गांव वालो ने डीएम से शिकायत की है और कार्रवाई की मांग की है। प्रधान ने बताया कि डीएम ने जांच के आदेश दिए हैं और कहा है कि बहुमत से जिसके नाम प्रस्ताव हुआ है उसे ही राशन कोटा मिलेगा।