जिलाधिकारी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई जिला स्वच्छता समिति की बैठक
बदायूँ। कलेक्ट्रेट स्थित अटल बिहारी बाजपेई सभागार में गुरुवार को जिला स्वच्छता समिति/जिला स्वच्छ भारत मिशन मैनेजमेंट कमेटी की बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी मनोज कुमार ने कहा कि योजनाओं के क्रियान्वयन में जनपद बदायूं प्रदेश में प्रथम आए इसलिए सभी अधिकारी पूरी तैयारी व कार्य योजना के साथ योजनाओं का क्रियान्वयन धरातल पर करें व योजनाओं का लाभ पात्रों तक पहुंचाएं। समिति की बैठक में ओडीएफ प्लस बनाए जाने के लिए 60 ग्रामों की कार्य योजना का अनुमोदन किया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि कार्य योजना में मानकों का अनुपालन किया जाए तथा जो भी कार्य किए जाएं, उनकी गुणवत्ता व समयबद्धता पर विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने कहा कि ऐसे किसी कार्य को कार्य योजना में नहीं लिया जाए जो कार्य पूर्व में ग्राम पंचायतों द्वारा कराए जा चुके हैं और जिस कार्य में कोई विवाद हो। उन्होंने निर्देशित किया कि संबंधित ग्राम प्रधान व सचिव इस आशय का प्रमाण पत्र भी उपलब्ध कराएं। जिलाधिकारी ने कहा कि ऑनलाइन भेजे जा रहे डाटा का धरातल पर वेरिफिकेशन भी आवश्यक रूप से कराया जाएं। उन्होंने बताया कि शासन द्वारा स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण अन्तर्गत ओडीएफ प्लस हेतु जनपद के 675 ग्रामों की सूची उपलब्ध कराई है, जिससे चयनित ग्रामों में ठोस व तरल अपशिष्ट प्रबन्धन आदि कार्य कराते हुए संतृप्त कर आदर्श ग्राम घोषित किया जाना है।जिलाधिकारी ने कहा कि ग्राम स्वच्छता कार्य योजना में जैविक खाद की व्यवस्था ठोस व तरल अपशिष्ट प्रबन्धन आदि कार्य सहित विभिन्न मानकों का अनुपालन कराया जाए, जिससे ग्रामीणों को इसका सीधा लाभ मिल सके। उन्होंने बताया कि जनपद में 675 ग्रामों को ओडीएफ प्लस बनाए जाने के लिए ग्रामों का चयन शासन स्तर से किया गया है आज की बैठक में 60 ग्रामों की कार्य योजना का अनुमोदन किया गया है। उन्होंने शेष ग्रामों की कार्य योजना जल्द से जल्द तैयार करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। जिलाधिकारी ने बताया कि स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण 2023 हेतु जनपद की 15 ग्राम पंचायत का चयन किया गया है। उन्होंने बताया कि 2000 आबादी तक की ग्राम पंचायत एवं 2000 से 5000 तक की ग्राम पंचायत की श्रेणी की 10 ग्राम पंचायतों व 5000 से अधिक आबादी की 05 ग्राम पंचायतों को मॉडल बनाने के लिए तीव्र गति से कार्य कराए जाने हेतु सम्बंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। उन्होंने बताया कि विकासखण्ड वजीरगंज की ग्राम पंचायत बनकोटा, विकासखण्ड सालारपुर की ग्राम पंचायत दहेमी एवं विकासखण्ड उझानी की ग्राम पंचायत संजरपुर गुलाल एवं बदायूँ चुंगी बाहर को मॉडल घोषित किया जा चुका है। मुख्य विकास अधिकारी केशव कुमार ने बताया कि ओडीएफ प्लस मॉडल ग्राम बनाए जाने हेतु लक्षित ग्रामों में राजमिस्त्रियों का ऑनसाइट प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रारंभ कराया गया है। उन्होंने कहा कि सीवेज वेस्ट ट्रीटमेंट के लिए ट्रेंचिंग का विशेष ध्यान रखा जाए। जिला पंचायत राज अधिकारी श्रेया मिश्रा ने बताया कि विकासखंड दहेमी में एक प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट की स्थापना की जा चुकी है तथा विकासखंड दातागंज में एक प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट यूनिट का निर्माण कराए जाने हेतु समिति द्वारा अनुमोदन किया गया है। इस अवसर पर पीपीटी के माध्यम से कार्ययोजनाओं का प्रस्तुतिकरण भी किया गया। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी केशव कुमार, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 प्रदीप वार्ष्णेय, पीडी डीआरडीए अनिल कुमार, वरिष्ठ कोषाधिकारी, डीपीआरओ श्रेया मिश्रा सहित अन्य संबंधित अधिकारी एवं समिति के सदस्यगण, ग्राम प्रधान व सचिव आदि उपस्थित रहे।