बदायूं । डीएम ने जिला रेशम अधिकारी को बैठक में न पहुंचने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए अग्रिम बैठकों में समय से पहुंचने के लिए नसीहत दी है। उन्होंने 27 एवं 28 फरवरी को आयोजित होने वाले मशरूम महोत्सव के संबंध में संबंधित अधिकारियों से तैयारियों के संबंध में जानकारी ली। डीएम ने कहा है कि परंपरागत खेती से हटकर खेती करने में इच्छुक किसानों को मशरूम महोत्सव में आमंत्रित कर उन्हें इस प्रकार खेती करने के लिए प्रेरित किया जाए। गुरुवार को कलेक्ट्रेट स्थित सभाकक्ष में जिलाधिकारी कुमार प्रशांत ने उपनिदेशक कृषि उद्यान मत्स्य पशु विभाग सहित सहकारी समितियों के साथ बागवानी से संबंधित बैठक आयोजित की। डीएम ने निर्देश दिए हैं कि परंपरागत खेती से हटकर स्ट्रॉबेरी, मशरूम, ड्रैगनफ्रूट, अमरूद, मसाले, फल एवं फूल सहित अन्य हटकर तकनीकी खेती कर किसान अधिक मुनाफा कमा सकते हैं तकनीकी खेती करने के लिए किसानों को प्रेरित किया जाए। डीएम ने डीएचओ को निर्देश दिए हैं कि इस प्रकार की खेती में किसानों को प्रशिक्षण दिलाया जाए इसके अलावा इनमें अनुदान के संबंध में भी किसानों को बेहतर जानकारी उपलब्ध कराई जाए। सभी विभाग किसानों को नवीन प्रकार की खेती करने के संबंध में सहयोग करें। उन्होंने निर्देश दिए कि खाली पड़े तालाबों पर मत्स्य पालन हेतु पट्टे किए जाए। सहसवान में बने मत्स्य हार्ट को शुरू कराया जाए। डीएम ने पशु विभाग को निर्देश दिए हैं कि पशुपालकों को जागरूक कर इयर टैगिंग कराई जाए जिससे पशुओं का समय से टीकाकरण हो सके एवं पशुपालक अपने पशुओं को बेझिझक कहीं भी बेच सकें। बिना इयर टैगिंग के पशुओं को बाजार में बिकने नहीं दिया जाएगा। इस अवसर पर उपनिदेशक कृषि डॉक्टर रामवीर सिंह कटारा जिला कृषि अधिकारी विनोद कुमार जिला उद्यान अधिकारी सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।