शिकायतों को अच्छे ढंग से परीक्षण कर समयबद्ध तरीके से निस्तारण किया जाएः डीएम
बदायूँ। शासन के निर्देश के क्रम में ‘सुशासन सप्ताह-प्रशासन गांव की ओर‘ अभियान के अंतर्गत सार्वजनिक सेवा वितरण, शिकायत निवारण आदि के क्षेत्रों में की गई कार्यवाहियों के संबंध में गुड गवर्नेन्स के सफल क्रियान्वयन के लिए कलेक्ट्रेट स्थित अटल बिहारी वाजपेयी सभागार में जिलाधिकारी मनोज कुमार की अध्यक्षता में वृहद कार्यशाला का आयोजन किया गया।
जिलाधिकारी ने कहा कि शिकायतों को अच्छे ढंग से परीक्षण कर शिकायतकर्ता से बात कर समयबद्ध तरीके से निस्तारण करें। कार्यो में संवेदनशीनलता, सामने वाले व्यक्ति के प्रति अच्छा भाव होना चाहिए। उन्होने कहा कि समस्त जिला स्तरीय अधिकारियों को अवगत कराया गया कि आई0जी0आर0एस0 पोर्टल पर प्राप्त शिकायतों का निस्तारण शिकायतकर्ता का पक्ष सुनने के उपरान्त ही किया जाए। ग्रामीण अंचल क्षेत्रों की बहुत ऐसी समस्याऐं होती हैं जो कि हम लोगों तक पहुंच नही पाती हैं। इस तरह की समस्याओं का समाधान समय से न होने के कारण स्थानीय लोगों को लम्बे समय तक समस्याओं का सामना करना पड़ता है और विकास अवरूद्व होता है। ग्रामीण क्षेत्रों की छोटी से छोटी समस्याओं का प्राथमिकता के तौर पर निस्तारण हेतु सुशासन सप्ताह दिनांक 19.12.2022 से 25.12.2022 तक मनाया जा रहा है। जिसमें जनपद, तहसील, ब्लॉक स्तरीय अधिकारी गांव-गांव पहुंचकर लोगों की समस्याओं का निस्तारण कर तथा शासन द्वारा विभिन्न विभागों के माध्यम से संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं का छूटे एवं पात्र लाभार्थियों को लाभान्वित करेंगे। सुशासन का अंतिम और असली उद्देश्य यह है कि शासन द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ जनपद के सबसे दूरस्थ गांव में रहने वाले हर एक नागरिक तक पहुंचना चाहिए, जिससे अंतिम कतार में खड़े व्यक्ति को लाभ पहुंचाने के लिए पर्याप्त संसाधन उपलब्ध हो सके और सुशासन के माध्यम से वांछित परिणाम प्राप्त हो सके। उन्होंने कहा कि ग्रामीण उत्थान की परिकल्पना जमीनी स्तर पर वास्तविक विकास का आकलन करने के लिए एक परिणाम-आधारित दृष्टिकोण पर बल देती है। 19 दिसंबर से 25 दिसंबर, 2022 तक सुशासन सप्ताह-प्रशासन गॉव की ओर अभियान चलाया जा रहा है। जिसके माध्यम से दूरस्थ गाँव के लोगों की समस्याओं का निस्तारण प्राथमिकता के आधार पर करते हुए योजनाओं का लाभ दिलाया जा सके। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के सतत विकास के दृष्टिकोण को पूरा करने के लिए, योजनाओं को वास्तविक रूप से निचले स्तर पर रहने वाले लोगों की जरूरतों और इच्छाओं को ध्यान में रखना चाहिए और एक पारदर्शी, प्रभावी और जवाबदेह तरीके से नवीनतम तकनीकी साधनों के माध्यम से लागू किया जाना चाहिए।
मुख्य विकास अधिकारी केशव कुमार ने उपस्थित समस्त अधिकारियों, कर्मचारियों का धन्यवाद ज्ञापित कर कहा कि ‘सुशासन सप्ताह-प्रशासन गांव की ओर‘ अभियान का मुख्य उददेश्य लोगों के प्रति अच्छा व्यवहार, सौपें गये दायित्वों का निर्वहन जिम्मेदारी पूर्वक करने एवं आम जनमानस की प्राप्त शिकायतों का निस्तारण निर्धारित समयावधि में गुणवत्तापूर्ण ढंग से करना है। कार्यशाला में निम्न विभागों के अधिकारियों द्वारा प्रतिभाग किया गयाः-
क्र0सं0 विभाग का नाम क्र0सं0 विभाग का नाम
01 राजस्व विभाग 11 ग्राम्य विकास विभाग
02 पुलिस विभाग 12 पशुपालन विभाग
03 ऊर्जा विभाग 13 उ0प्र0 खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड
04 कृशि विभाग 14 महिला कल्याण एवं बाल विकास विभाग
05 खाद्य एवं औशधि विभाग 15 माध्यमिक षिक्षा विभाग
06 खाद्य एवं रसद विभाग 16 आबकारी विभाग
07 खाद्य सुरक्षा एवं औशधि अनुभाग 17 श्रम विभाग
08 चिकित्सा स्वास्थ्य एवं प0क0 विभाग 18 समाज कल्याण विभाग
09 दिव्यांग जन सषक्तिकरण विभाग 19 पंचायती राज विभाग
10 नगरीय विकास विभाग 20 परिवहन विभाग
मुख्य विकास अधिकारी द्वारा उपस्थित समस्त अधिकारियों को अवगत कराया गया कि ‘‘सुशासन सप्ताह-प्रशासन गांव की ओर’’ मनाए जाने का मुख्य उद्देष्य यह है कि पब्लिक सर्विस डिलीवरी से प्राप्त शिकायतों का गुणवत्तापूर्ण निस्तारण कराया जाए एवं जन शिकायतों का निस्तारण कराते समय शिकायतकर्ता को अवश्य सुना जायें। मुख्य विकास अधिकारी द्वारा समस्त उपस्थित अधिकारियों से विजन 2047 के बारे में चर्चा की गयी, जिसका उद्ेश्य आजादी के 100 वर्ष पूर्ण के उपरान्त क्या-क्या बदलाव आया है, जिसमें मुख्यतः भूमि संरचना, क्षेत्रफल एवं जनसंख्या, जनसंख्या का घनत्व, ग्रामीण एवं नगरीय जनसंख्या, लिंग अनुपात, अनु0 जाति की संख्या, साक्षरता, आवास मकान, कर्मकर, प्रषासनिक संरचना, राजनैतिक संरचना, जलवायु एवं वर्शा, वन एवं वन सम्पदा एवं नदियों एवं झीलों के बारे में विस्तार से चर्चा की गयी।
भारत सरकार द्वारा जारी किए गए पोर्टल पर 03 गुड गवर्नेन्स प्रैक्टिस अपलोड किए गए हैं एवं आई0जी0आर0एस0 के तहत 47188 प्राप्त षिकायतों का निस्तारण विभिन्न विभागों द्वारा किया गया है एवं ऑनलाईन सर्विसेज के माध्यम से 22763 आवेदनों का निस्तारण किया गया है। पोर्टल पर 03 ‘‘सफलता की कहानी’’ को अपलोड किया गया है।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी प्रशासन विजय कुमार सिंह, जिला विकास अधिकारी राम सागर यादव, डी0आर0ओ0 महिपाल सिंह, अतिरिक्त मजिस्ट्रेट राम शिरोमणि, प्रेमपाल सिंह, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 प्रदीप वार्ष्णेय, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ0 निरंकार सिंह, जिला सूचना विज्ञान अधिकारी राजेश कुमार एवं जिला पंचायत राज अधिकारी श्रेया मिश्रा सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।