बदायू। लॉर्ड कृष्णा इंटरनेशनल स्कूल के बच्चों ने संविधान दिवस के उपलक्ष्य में संविधान द्वारा मौलिक अधिकारों का एक लघु नटिका द्वारा प्रस्तुतिकरण किया गया। हमारे देश में समानता का अधिकार, स्वतंत्रता का अधिकार, सांस्कृतिक और शैक्षिक अधिकार, धर्म की स्वतंत्रता का अधिकार, शोषण के खिलाफ अधिकार और संवैधानिक उपचार का अधिकार आदि का प्रस्तुतिकरण बहुत ही प्रभावपूर्ण तरीके से किया गया । कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में आदरणीय अध्यक्ष श्री वेदव्रत त्रिवेदी एवं निदेशक श्रीमती छवि शर्मा को आमंत्रित किया गया था। कार्यक्रम की शुरुआत स्कूल की प्रधानाचार्या डॉ. अनुनंदिनी शर्मा और स्कूल के अध्यक्ष श्री वेदब्रत त्रिवेदी के संक्षिप्त भाषण से हुई, छात्रों को इस महत्वपूर्ण दिन के महत्व के बारे में जागरूक किया, जिसमें उन्होंने इस शुभ दिन के महत्व को दोहराया और छात्रों को विभिन्न गुमनाम नायकों के बारे में जागरूक किया, जिन्होंने इसके लिए अथक प्रयास किया। कार्यक्रम का समापन करते हुए प्रधानाचार्या द्वारा दिए गए हार्दिक धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ, जिसमंे उन्होंने छात्रों को याद दिलाया कि – ‘हमें न केवल अपने अधिकारों के लिए लड़ना चाहिए, बल्कि अपने देश के प्रति अपने कर्तव्यों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत भी करनी चाहिए। यह लंबा और शक्तिशाली है ‘संविधान दिवस, जिसे ‘‘राष्ट्रीय कानून दिवस‘‘ के रूप में भी जाना जाता है, भारत में हर साल 26 नवंबर को ‘भारत के संविधान‘ को अपनाने के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। 26 नवंबर 1949 को, भारत की संविधान सभा ने भारत के संविधान को अपनाया और यह 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ।