आबिद रजा को हिरासत में लिया,धरना-प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा
किसानों के समर्थन में धरने की अनुमति मांगी,हड़कंप, कोठी पर पुलिस तैनात
बदायूं। सोमवार को भारत बंद के दौरान पूर्व मंत्री आबिद रज़ा ने प्रशासन से छः सड़का पर किसानों के हक में विरोध प्रदर्शन करने का आह्वान किया था तथा जिलाधिकारी व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से विरोध प्रदर्शन करने की दोपहर 12 बजे से 4 बजे तक की अनुमति मांगी थी। पूर्व मंत्री आबिद रजा की अनुमति को जिला प्रशासन ने निरस्त कर दिया तथा पूर्व मंत्री आबिद रजा को हिरासत में ले ले लिया तथा उनके आवास पर भारी पुलिस फोर्स तैनात कर दी इसके बाबजूद भी आबिद रज़ा ने अपने साथियों के साथ छः सडका जाने के लिए कोठी से जाने का प्रयास किया तभी पुलिस प्रशासन ने उन्हें जाने से रोक दिया तभी आबिद रज़ा अपने साथियों के साथ अपने कोठी के गेट पर ही धरने पर बैठ गए और उनके साथी नारे बाज़ी करने लगे। थोड़ी ही देर के अंदर सीओ सिटी व नगर मजिस्ट्रेट अपने लश्कर के साथ आबिद रज़ा के आवास पर पहुँच गए और सीओ सिटी व नगर मजिस्ट्रेट ने पूर्व मंत्री आबिद रज़ा से अपने आवास से धरना प्रदर्शन समाप्त करने की अपील की पूर्व मंत्री आबिद रज़ा ने किसानों के समर्थन के लिए समर्थन पत्र व राष्ट्रपति के नाम का ज्ञापन जो जिलाधिकारी के द्वारा जाना था उस ज्ञापन को सिटी मजिस्ट्रेट व सीओ सिटी ने इस आश्वासन के साथ स्वीकार कर लिया कि आपका ज्ञापन जिलाधिकारी द्वारा राष्ट्रपति को भेज दिया जाएगा। इसके बाद पूर्वमंत्री ने अपने आवास से धरना समाप्त कर दिया। इसके बाद पूर्वमंत्री आबिद रज़ा ने पत्रकारों के साथ एक प्रेसवार्ता की। पूर्व मंत्री आबिद रज़ा ने राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन में कहा कि आज देश के किसानों ने नए कृषि कानून के विरोध में भारत बंद का आह्वान कियाा है मैं और मेरे साथी आज भारत बंद का समर्थन करते हैं देश में किसानों की मौजूदा हालात में हम किसानों की इस संघर्ष की घड़ी में उनके साथ कंधे सेे कंधा मिलाकर खड़े है।
उन्होंने कहा किसान को अल्लाह ने रोजी-रोटी देने का जरिया बनाया है जब देश का किसान परेशान होगा तब देश खुशहाल नहीं हो सकता किसानों को नए कृषि कानून से अपनी आने वाली नस्लों का मुस्तकबिल अंधेरे में महसूस हो रहा है देश के किसानों को लगता है कि नए कृषि कानून से कृषि व्यापार को भी पूंजीपतियों को सौंपा जा रहा है इसलिए किसानों को अपने व अपनी आने वाली नस्लों के भविष्य की चिंता में उनको सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर कर दिया है आज देश के किसानों के विरोध प्रदर्शन को काफी दिन हो चुके हैं केंद्र सरकार किसानों से सकारात्मक बात न करके किसानों को गुमराह करने की कोशिश कर रही है इसलिए किसानों की समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है । देश इस समय कोराना की महामारी से जूझ रहा है यदि ऐसे समय में देश का किसान अपने खेतों में काम ना करके सड़कों पर विरोध प्रदर्शन के लिए बैठा रहेगा तब खेती का बड़ा नुकसान होगा जिसका खामियाजा देश की जनता को भुगतना पड़ेगा ।आप देश के सर्वाेच्च पद पर आसीन हैं इसलिए ऐसे गंभीर मामले में आपका हस्तक्षेप देश हित व किसान के हित में अति आवश्यक है इसलिए मैं आपसे बहुत विन्रमता पूर्वक जनहित में कहना चाहता हूं कि आप तत्काल देशहित जनहित, किसान हित में केंद्र सरकार को निर्देशित कर के नए कृषि कानून को समाप्त करा दें या किसानों की समस्या को मध्य नजर रखते हुए नए कृषि कानून को किसानों के हक में संशोधित कराने की कृपा करें ताकि देश का किसान जो आपको उम्मीद भरी नजर से देख रहा है उसको आप के जरिए इंसाफ मिल सके तथा देश के किसानों की आने वाली नस्लों का भविष्य सुरक्षित हो सके।
इस अवसर पर सभासद हबीब खां उर्फ गुड्डू, पूर्व सभासद अहमद रजा ,पूर्व सभासद अबरार, पूर्व प्रधान शहंशाह चौधरी, हर्षित यादव, पीयूष यादव, अनवर अंसारी, छोटू, बबलू अफसर अली, कौसर अली, डॉ. आशु, शाहरुख, सलमान अकरम, इकराम भाई, रजनीश यादव, सलीम आसिफ उर्फ भइये भाई, शहंशाह, नाज़िम, सलीम खान करीम, एजाज, शिवम, सत्यम, हरिंदर, वसीम सैफी, कल्लू भाई, असद पप्पू आदि सहित सैकड़ों की संख्या में लोग मौजूद रहे।