सीओ-तहसीलदार के साथ राजस्व टीम ने देखी भूमि बिल्सी। शासन द्वारा हर तहसील मुख्यालय पर फायर स्टेशन खोलने की योजना के तहत यहां भी शीघ्र इसकी स्थापना हो जाएगी। यदि सब कुछ ठीक ठाक रहा। शासन के निर्देशों को प्राथमिकता देते हुए एसडीएम राधेश्याम बहादुर सिंह ने इसके लिए भूमि का चयन करने की प्रक्रिया भी शुरु कर दी है। एसडीएम ने बताया कि बीते दिन तहसीलदार धीरेंद्र कुमार और सीओ अनिरुध्द सिंह ने राजस्व टीम के साथ बिजनौर-बदायूं हाइवे पर स्थित नरैनी चौराहे के पास फायर स्टेशन के लिए भूमि को देखा है। फायर स्टेशन बनने से बिल्सी तहसील क्षेत्र की लगभग तीन लाख से अधिक आबादी को आग से बचाव को लेकर सीधा लाभ मिलेगा। ज्ञात रहे कि तहसील क्षेत्र में लंबे समय से फायर स्टेशन निर्माण की मांग चली आ रही है। दरअसल फायर स्टेशन न होने से क्षेत्र में कहीं आग लगने पर सहसवान और जिला मुख्यालय स्थित फायर स्टेशन से फायर कर्मियों को बिल्सी तक जाना पड़ता है। लंबी दूरी तय करने के कारण अक्सर टीम उस समय घटनास्थल पर पहुंचती थी, जब आग से सब कुछ जलकर स्वाहा हो जाता था। इससे लोगों को भारी आर्थिक नुकसान होता था। तमाम मांग के बीच कई वर्ष पूर्व फायर स्टेशन निर्माण को शासन ने हरी झंडी प्रदान की थी, लेकिन उचित भूमि न होने के चलते निर्माण कार्य की प्रक्रिया अधर में लटक गई। शासन ने अग्निशमन विभाग को फायर स्टेशन के निर्माण के लिए नए सिरे से भूमि उपलब्ध कराए जाने का निर्देश दिया था। बीते दिन तहसील प्रशासन ने नरैनी गांव के पास अग्निशमन केंद्र के निर्माण के लिए भूमि को देखा है। यहां पर ग्राम सभा की भूमि पर्याप्त मात्रा में है। जिसके लिए राजस्व टीम ने मौके पर पहुंचकर भूमि की पैमाइश भी की है। एसडीएम ने बताया कि भूमि का चयन होने के बाद शासन से इसके निर्माण के लिए धनराशि भी शीघ्र उपलब्ध हो जाएगी। लोगों का कहना है कि तहसील क्षेत्र में फायर स्टेशन की स्थापना की अत्यंत आवश्यकता है। अग्निशमन केंद्र के निर्माण से प्रत्येक वर्ष आग से होने वाले नुकसान में काफी कमी आएगी। यहां पर फायर स्टेशन के संचालन से फायर कर्मियों को क्षेत्र में घटनास्थल पर पहुंचने में अधिक समय नहीं लगेगा। जान माल के नुकसान को बचाया जा सकेगा।