आग के सहारे अपना जीवन गुजार रहे है लोग बिल्सी। दो से दिन से कम तापमान और बर्फीली हवाए लोगों पर कहर ढा रही है। अब आसमान में बादल एवं सुबह-शाम कोहरे की चादर फिर से फैलने लगी है। न्यूनतम तापमान सात डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। आज रविवार को सुबह घना कोहरा भी छाया रहा। ठंडी हवाओं और कोहरे के कारण ठिठुरन भरी सर्दी से लोग कांप उठे। रात से शुरू हुए कोहरे का कहर सुबह जल्दी साफ हो गया पर आसमान में बादल के बीच पूरे दिन धुंध छाई रही। पूरे दिन सूरज के दर्शन नहीं हुए। पूरे दिन लोग अपने घरों में दुबके रहे और आग के सहारे लोगों का दिन बीता। प्रशासन द्वारा सार्वजनिक स्थानों पर अलाव जलवाने में खानापूर्ति की जा रही है। लोगों को ठंड से बचाने के लिए सरकारी इंतजाम नाकाफी है। लोगों की माने तो जिम्मेदारों द्वारा भेजी गई लकड़ियां पहले ही खत्म हो चुकी है। इसके चलते अब सरकारी अलाव ठंडे पड़ गए हैं। लोग घांस-फूंस जलाकर ठंड से निजात पाने की कोशिश में जुटे हैं। ठंड बढ़ने से बीमारियों का प्रकोप भी शुरू हो गया है। सर्दी का सितम कहीं लोगों बीमार न बना दे, इसके लिए विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। वरिष्ठ चिकित्सक डॉ.प्रसून वार्ष्णेय की माने तो ऐसे मौसम में हृदयरोग व सांस रोगियों के साथ ही बच्चों में कोल्ड डायरिया का खतरा रहता है। इसलिए सर्दी से बचाने के लिए बुजुर्गों और बच्चों का खास ख्याल रखना आवश्यक है। सर्दी बढ़ने के साथ ही गर्म कपड़ों की मांग में इजाफा हुआ है। बाजार में कपड़ों की दुकानों पर स्वेटर, जैकेट, मफलर आदि खरीदने के लिए लोग पहुंच रहे है।