बिल्सी। तहसील क्षेत्र के गांव रायपुर बुजुर्ग मे प्राथमिक स्कूल के निकट चल रही श्रीमद्भागवत कथा के सातवें दिन विश्राम दिवस की कथा सुनाते हुए कथावाचक शिशुपाल सिन्धु सदाचारी ने श्री कृष्ण की ओर से राजा परीक्षित को दिए श्राप और फिर मुक्ति के लिए उनके भाई सुखदेव से मिलन की कथा सुनाई। उन्होंने बताया कि श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण आत्मा का परमात्मा से मिलन करवाती है। सुखदेव मुनि ने राजा परीक्षित से कहा कि हे परीक्षित, सब को सात दिन में ही मरना है। इस सृष्टि में आठवां दिन तो अलग से बना नहीं है। संसार में जितने भी प्राणी हैं वे सभी परीक्षित हैं। सब की मृत्यु एक न एक दिन तो होनी है और जो मनुष्य एक बार श्रीमद् भागवत की कथा श्रवण कर ले और उसे सुनकर जीवन में उतार ले तो उसके समस्त पाप नष्ट हो जाते हैं। उसे भगवान की प्राप्ति हो जाती है। ज्ञान के बिना जीवन में अंधेरा है और आचरण के बिना जीवन की पवित्रता नहीं है। चेतना के विकास के लिए ज्ञान के साथ अच्छा आचरण होना जरूरी है। यहां आरती के बाद सभी को प्रसाद का वितरण किया गया। इस मौके पर गजेंद्र पाल सिंह, विशाल सिंह, जीवाराम, रवि सागर, शंभू सिंह तोमर, दरयाव सिंह, रामविलास, प्रेमपाल सिंह, रामबहादुर शाक्य, अरुण कुमार आदि मौजूद रहे।