बरेली। सिटी शमशान घाट पर वरिष्ठ पत्रकार दिनेश पवन की आज उमड़ी भीड़ के बीच नम आंखों से अंत्येष्टि की गई। पार्थिव शरीर को मुखाग्नि उनके पुत्र राघव ने दी। आज सुबह उनकी शवयात्रा उनके निवास से निकली थी। 69 वर्षीय दिनेश पवन का गुरुवार दोपहर नोयडा में निधन हो गया था। वह एक पारिवारिक समारोह में नोयडा गए थे। देर रात उनका पार्थिक शव बरेली पहुंचा था।जिससे उनके चाहने वालों में शोक की लहर दौड़ गई। सिटी शमशान घाट पर हुई शोक सभा मे राजेन्द्र घिल्डियाल, सभासद राजेश अग्रवाल, विपुल लाला, बीजेपी के कमल चतुर्वेदी, रमेश जैन, पुष्पेंद्र शर्मा, राकेश शर्मा, इकबाल सिंह वाले, रमेश गौतम, पवन सक्सेना, निर्भय सक्सेना, संजीव द्विर्वेदी, सुरेन्द्र बीनू सिन्हा,जनार्दन आचार्य, उमेश शर्मा, अजय शर्मा, विवेक मिश्र, अखिलेश सक्सेना, विशाल गुप्ता,अमर जोहरी, संजय अग्रवाल, भगवान स्वरूप, नवीन सक्सेना आदि उपस्थित रहे। दिनेश पवन अपने पीछे पत्नी अलका शर्मा, पुत्र राघव, पुत्री डॉली दामाद अमित एवम भाई बल्ले, प्रियंक का भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं। 4 अक्टूबर 1952 को पंडित श्रीकृष्ण शर्मा के घर जन्मे दिनेश पवन को कविता की छात्र जीवन से ही रुचि रही जिनकी कविता स्कूल मैगजीन में छपती थीं। तिलक इंटर कॉलेज के बाद बरेली कॉलेज में शिक्षा ली। बाद में पत्रकारिता की शुरूआत दैनिक दिव्य प्रकाश से शुरू की। फिर दैनिक विश्व मानव में आ गए। इसके बाद उन्होंने लाबी पारी दैनिक जागरण बरेली में पूरी की। जहाँ उन्होंने कई स्टोरी ब्रेक की। दैनिक जागरण से सेवानिवृत्त होकर सांध्य देंनिक दो टूक में पवन समाचार संपादक बने। दिनेश पवन के निधन पर उपजा प्रेस क्लब में अध्यक्ष पवन सक्सेना, निर्भय सक्सेना धमेंद्र बंटी, पुत्तन सक्सेना, आशीष जोहरी ने शोक व्यक्त किया।