ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का निधन, गृहमंत्री ने जताया शोक

नई दिल्ली । CDS जनरल बिपिन रावत के साथ हेलिकॉप्टर हादसे में घायल हुए ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह नहीं रहे। 7 दिन बाद उनका निधन हो गया। उनके पिता रिटायर्ड कर्नल केपी सिंह भोपाल के एयरपोर्ट रोड स्थित सन सिटी कॉलोनी में रहते हैं, जो हादसे के तुरंत बाद ही मुंबई रवाना हो गए थे। हादसे के बाद उन्होंने कहा था- मेरा बेटा बहादुर है। वह जीत कर बाहर आएगा, लेकिन बुधवार को वरुण सिंह के निधन की खबर सामने आई। इससे भोपाल में भी शोक की लहर छा गई। रहवासी संघ को सूचना मिली है कि वरुण सिंह का अंतिम संस्कार भोपाल में होगा। पड़ोसी दलजीत सिंह गुरुदत्ता ने बताया कि वरुण सिंह का अंतिम संस्कार गुरुवार को भोपाल में होगा। गुरुवार सुबह 10 बजे पार्थिव देह प्लेन से भोपाल लाई जाएगी। हालांकि, प्रशासन, एयर फोर्स और परिवार की ओर इस पर आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है। अंतिम संस्कार के लिए परिवार गृह क्षेत्र देवरिया से भोपाल के लिए रवाना हो गया है।
वरुण सिंह के लिए देश के साथ भोपाल के लोग भी प्रार्थना कर रहे थे, लेकिन उनके निधन की खबर मिलते ही शोक छा गया। सन सिटी कॉलोनी के लोग भी इस बात पर विश्वास नहीं कर पा रहे हैं कि वरुण सिंह अब हमारे बीच नहीं हैं। सन सिटी स्थित उनके घर के बाहर पड़ोसियों की भीड़ लग गई। हालांकि, वरुण सिंह के परिवार को कोई भी सदस्य अभी यहां नहीं है और घर में ताला लगा है।
ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह यूपी के देवरिया जिले के गांव कन्हौली के रहने वाले थे। उनके पिता भोपाल में रहते हैं। इसके चलते अभी तय नहीं हो पाया है कि उनका अंतिम संस्कार भोपाल में होगा या नहीं। जिला प्रशासन और पुलिस के पास अभी अंतिम संस्कार के संबंध में कोई जानकारी भी नहीं आई है।
पड़ोसी बोले- छुटि्टयों को भी देश के लिए समर्पित करते थे वरुण
पड़ोसी अनिल मूलचंदानी ने बताया, वरुण सिंह को जब भी छुट्टी मिलती थी, वे भोपाल आते थे। भोपाल शहर उन्हें काफी पसंद था। कॉलोनी में जब टहलते थे तब बच्चों से लेकर बड़ों तक से बात करते थे। वे बच्चों को योद्धाओं की कहानियां बताते थे। बच्चे फिर हमें बताते थे। वरुण सिंह हमेशा बच्चों में साहस भरते थे। वे छुटि्टयों के दिनों को भी देश के लिए समर्पित करते थे। लड़कियों को प्रोत्साहित करते थे। वे कहते थे कि लड़कियां किसी से कम नहीं है।
CM, गृहमंत्री ने जताया शोक
ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के निधन से पूरे देश के साथ मध्यप्रदेश में भी शोक की लहर छा गई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा समेत कई मंत्री, जनप्रतिनिधियों ने शोक जताया है।