बिल्सी में भागवत कथा का तीसरा दिन बिल्सी। नगर के बादशाहपुर रोड पर प्रकाश पाली के मैदान पर चल रही श्रीमदभागवत कथा के तीसरे दिन कथावाचक पप्पू शास्त्री ने राजा हरिश चंद्र की कथा का प्रसंग सुनाते हुए कहा कि राजा हरिश्चंद्र जिन्होंने सत्य को धरती पर उतरा था। दूसरे राजा अंबरीष ने एकादशी के महत्व को धरती पर लाए थे तथा तीसरे राजा भगीरथ ने धरती पर गंगा को लाए थे और चौथे राजा दशरथ ने भगवान श्रीराम को धरती पर लाए थे। पृथ्वी पर भक्ति और भगवान का हमेशा संबंध रहा है। राजा हरिश्चंद्र से दरिद्र हो गए। हरिश्चंद्र अपने पुत्र रोहित एवं पत्नी के साथ भिक्षा के लिए दर-दर की ठोकर खाने के बाद भी अपने सत्य की राह नहीं छोड़ी। राजा हरिश्चंद्र को श्मशान में चंडाल का काम करना पड़ा था। सर्प दंश से पुत्र की मत्यु हो गई लेकिन वे सत्य को नहीं छोड़े। अंत में भगवान श्रीकृष्ण ने राजा हरिश्चंद्र को सत्यवादी की उपाधि दी। उन्होने कहा कि सत्य का मार्ग पर चलना कठिन तो होता है मगर परम आनन्द भी उसी मिलता है तो सत्य का मार्ग अपनाता है। कथावाचक ने यहां कई अन्य प्रसंगों को भी विस्तार से सुनाया। इस मौके पर प्रकाश पाली, जगदीश पाल, हिमांशु कुमार, प्रेमशंकर, दीपक, वीरेंद्र कुमार, नन्हे लाल,रोहिताश आदि मौजूद रहे।