बिल्सी। दिगम्बर अनुयायियों द्वारा आदर्श अवस्था में अपनाये जाने वाले गुणों को दशलक्षण धर्म कहा जाता है। इसके अनुसार जीवन में सुख-शांति के लिए उत्तम क्षमा, मार्दव, आर्जव, सत्य, शौच, संयम, तप, त्याग, अकिंचन और ब्रह्मचर्य आदि दशलक्षण धर्मों का पालन हर मनुष्य को करना चाहिए। प्रथम दिन उत्तम क्षमा, द्वितीय दिन उत्तम मार्दव, तृतीय दिन उत्तम आर्जव, चतुर्थ दिन उत्तम सत्य, पंचम दिन उत्तम शौच, छठां दिन उत्तम संयम, सप्तम दिन उत्तम तप, आठवाँ उत्तम त्याग, नवा दिन उत्तम आकिंचन्य और अंतिम दसवां दिन उत्तम ब्रह्मचर्य के रूप में मनाया जाएगा। कल 10 सिंतबर से नगर के मोहल्ला संख्या दो स्थित प्राचीन चंद्र प्रभु दिगंबर जैन मंदिर में नगर के जैन समाज द्वारा सबसे महत्वपूर्ण पर्व पर्युषण पर्व धूमधाम से मनाया। इस दौरान विभिन्न सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएगें। जिसमें समाज की महिलाएं और बच्चे काफी बढ़-चढ़कर हिस्सा लेगें। यह जानकारी प्रशांत जैन और अनिल कुमार जैन ने दी है।