शांतिकुंज हरिद्वार की तर्ज पर हो रहा ‘‘प्रखर प्रज्ञा-सजल श्रद्धा‘‘ का निर्माण
बदायूं। शांतिकुंज हरिद्वार की तर्ज पर गायत्री शक्तिपीठ एवं आध्यात्मिक चेतना केंद्र पर ‘‘प्रखर प्रज्ञा-सजल श्रद्धा‘‘ का निर्माण कार्य शुरू हो गया है।
जिला समंवयक नरेंद्र पाल शर्मा ने कहा कि शक्तिपीठ पर शांतिकुंज हरिद्वार की तर्ज पर प्रखर प्रज्ञा-सजल श्रद्धा का निर्माण हो रहा है। राजस्थान के मकराना के शिल्पकार बनाने में जुटें है। सुरेंद्र नाथ शर्मा, रामचंद्र प्रजापति, सचिन देव ने विशेष पूजन कराया।
मुख्य प्रबंध ट्रस्टी अनिल कुमार राठौर ने कहा कि जिन अंशदानी और समयदानी आत्मीय परिजनों ने प्रखर प्रज्ञा-सजल श्रद्धा के निर्माण के लिए संकल्प लिया। वह अपने संकल्पों को पूरा कर गायत्री माता मंदिर में पूजन करें।
गायत्री परिवार के संजीव कुमार शर्मा ने बताया प्रखर प्रज्ञा युगऋषि वेदमूर्ति तपोनिष्ठ पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य और सजल श्रद्धा वंदनीया माता भगवती देवी शर्मा के जीवंत स्वरूप हैं।
परिब्राजक सचिन देव ने कहा कि गायत्री परिवार के संस्थापक वेदमूर्ति तपोनिष्ठ पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य एवं वंदनीया माता भगवती देवी शर्मा की वास्तविक पहिचान उनके शरीर नहीं उनके द्वारा प्रवाहित प्रखर प्रज्ञा-सजल श्रद्धा की सशक्त धाराएं रहीं है। इसलिए उनके स्मृति चिन्हों के रूप में उनके स्थूल काया की मूर्तियां नहीं उनके सूक्ष्म तत्त्विक प्रतीकों के रूप उनके स्मृति चिन्हों को स्थापित किया गया। इस मौके पर मदनलाल झा, माया सक्सेना, राजेश्वरी, सुशील गुप्ता, रामचंद्र प्रजापति, कालीचरन पटेल आदि मौजूद रहे।

