स्वयंसेविकाओं ने आजादी का अमृत महोत्सव पर प्रासंगिक मेहन्दी प्रतियोगिता का किया आयोजन

मेंहदी से दिया संदेश- स्वस्थ और विकसित भारत,का सपना सच करना होगा
आजादी को अक्षुण्ण बनाने,मिल-जुलकर रहना होगा
मेहन्दी है उल्लास, खुशहाली एवं त्याग का प्रतीक- डॉ गार्गी बुलबुल
बदायूं। वर्चुअल माध्यम से (व्हाट्सएप ग्रुप द्वारा) कार्यक्रम अधिकारी असिस्टेंट प्रोफेसर सरला देवी चक्रवर्ती के निर्देशन में स्वयंसेविकाओं ने आजादी का अमृत महोत्सव पर प्रासंगिक मेहन्दी प्रतियोगिता का आयोजन किया।आज गिन्दो देवी महिला महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना प्रथम इकाई के तत्वावधान में ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ पखवाड़े के अन्तर्गत उधमसिंह भारत के स्वतंत्रता संग्राम के महान सेनानी एवं क्रांतिकारी, जिन्होंने जलियांवाला बाग कांड के समय पंजाब के गर्वनर जनरल रहे माइकल ओ’ ड्वायर को लंदन में जाकर गोली मारी।जिसके लिए 31 जुलाई 1940 को उन्हें पेंटनविले जेल में फांसी दे दी गई थी कि शहादत को नमन करते हुए स्वयंसेविकाओं ने मेहन्दी प्रतियोगिता में मेंहदी द्वारा राष्ट्रीय भावनाओं को अंकित कर देश प्रेम का संदेश दिया।






कार्यक्रम अधिकारी असिस्टेंट प्रोफेसर सरला देवी ने कहा कि हर राष्ट्र के लिए स्वाधीनता का बहुत महत्व होता है। कोई भी राष्ट्र तभी उन्नति कर सकता जब वह स्वतंत्र हो। जो देश या जाति स्वाधीनता का मूल्य नहीं समझते हैं और स्वाधीनता को हटाने के लिए प्रयत्न नहीं करते वे किसी-न-किसी दिन पराधीन जरुर हो जाते हैं और उनका अस्तित्व समाप्त हो जाता है। स्वाधीनता को पाने के लिए क़ुरबानी देनी पडती है। प्राचार्या डॉ गार्गी बुलबुल ने कहा कि हमें “आत्मनिर्भर भारत, शक्तिशाली भारत, स्वावलंबी भारत” के सपने को सच करते हुए अपनी कर्तव्य-परायण भावना का परिचय राष्ट्र के प्रति समर्पित होकर करना चाहिए, ताकि भविष्य में कोई भी आसुरी शक्ति भारत की ओर आँख उठाकर भी न देख सकें। हमारे पूर्वजों ने हमें जो आजादी दी है, उसे हमें सुरक्षित रखना है तथा उन्नति के मार्ग पर अग्रसर रखना है।स्वयंसेविकाओं का उत्साहवर्धन करते हुए मेंहदी प्रतियोगिता में निर्णायक की भूमिका डॉ शुभ्रा माहेश्वरी ने निभाई। डॉ इति अधिकारी उपस्थित रहीं। मेंहदी प्रतियोगिता में प्रियंका प्रथम, सुषमा द्वितीय एवं अंजली शर्मा,पलक वर्मा,काजल ने संयुक्त रूप से तृतीय स्थान प्राप्त किया। मेहंदी प्रतियोगिता में ज्योती ने तिरंगा, सुषमा, प्रियंका, ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, पलक वर्मा ने आजादी का उत्सव, अंजली ने महात्मा गांधी, काजल ने सत्यमेव जयते, अंजली शर्मा ने राधा कृष्ण , दीप्ति ने अमर शहीद, आदि बनाकर अपने भावों को मेंहदी के माध्यम से उकेरा और अपनी अपनी प्रतिभा का परिचय देते हुए मेंहदी से दिया संदेश- स्वस्थ और विकसित भारत,का सपना सच करना होगा। आजादी को अक्षुण्ण बनाने,मिल-जुलकर रहना होगा।”
