बहेड़ी में निजी अस्पताल में प्रसव कराने पर आशा कार्यकर्ता की सेवा समाप्त, स्टाफ नर्स व एएनएम पर कार्रवाई
बरेली। जिलाधिकारी अविनाश सिंह की अध्यक्षता में 30 अक्टूबर को आयोजित जिला स्वास्थ्य समिति (शासी निकाय) की बैठक में स्वास्थ्य सेवाओं की विस्तृत समीक्षा की गई। बैठक में आयुष्मान भारत आरोग्य मंदिर योजना के अंतर्गत कार्यरत सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों (सीएचओ) की शत-प्रतिशत उपस्थिति को सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए गए। जिलाधिकारी ने एमओआईसी को चेतावनी देते हुए कहा कि उपस्थिति के अनुपालन में किसी भी प्रकार की शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसके अतिरिक्त शहरी क्षेत्र स्थित स्वास्थ्य इकाइयों — सतनगर, शेरअली गौटिया, कालीबाड़ी और जसोली के कार्यों को सुधारने के निर्देश भी दिए गए। बैठक में टीकाकरण कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने ऐसे परिवारों की सूची जिला पूर्ति अधिकारी को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए, जो टीकाकरण का विरोध कर रहे हैं। जननी सुरक्षा कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, बहेड़ी की कम उपलब्धि का कारण पूछा गया। चिकित्सा अधीक्षक ने बताया कि कुछ आशा कार्यकर्ता लाभार्थियों को निजी चिकित्सालयों में प्रसव कराने ले जाती हैं। जांच में ग्राम बंजरिया की आशा कार्यकर्ता मनोरमा देवी को लाभार्थी का प्रसव निजी अस्पताल में कराते पाया गया। इस पर जिलाधिकारी ने संबंधित आशा की तत्काल सेवा समाप्ति के आदेश जारी कर दिए। बैठक में ई-कवच एवं आभा आईडी पंजीकरण की प्रगति पर भी चर्चा हुई। शहरी क्षेत्र का कम प्रदर्शन सामने आने पर अधिकारियों ने बताया कि आभा आईडी अन्य पोर्टल से बन रही हैं, जिससे डेटा ई-कवच पर प्रदर्शित नहीं हो पा रहा। इस पर जिलाधिकारी ने एनयूएचएम नोडल अधिकारी को 10 दिन के अंदर सभी पोर्टलों से उपलब्ध आभा आईडी की जानकारी एकत्र कर प्रस्तुत करने को कहा। इसी क्रम में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, शीशगढ़ पर तैनात संविदा स्टाफ नर्स सुमनलता और नियमित एएनएम पूनम देवी के विरुद्ध प्राप्त शिकायतों की जांच में दोनों दोषी पाई गईं। जिला स्वास्थ्य समिति ने सुमनलता की सेवा समाप्त करने तथा पूनम देवी के विरुद्ध विभागीय कार्यवाही की संस्तुति की है।




















































































