बदायूं में दूसरे दिन भी बूंदाबांदी से ठंड बढ़ी,, तापमान में आई गिरावट,मौसम ने ली करवट
बदायूं। अक्टूबर का आखिरी सप्ताह शुरू होते ही मौसम ने करवट ले ली है। कल सुबह से ही आसमान में बादलों का डेरा रहा और दोपहर तक हल्की बूंदाबांदी का दौर जारी रहा। दूसरे दिन भी ऐसी स्थिति बनी रही। लगातार बदलते मौसम के कारण तापमान में गिरावट दर्ज की गई, जिससे लोगों को ठंड का हल्का अहसास होने लगा। कई इलाकों में दिनभर रुक-रुककर फुहारें पड़ती रहीं। इसके चलते बाजारों, गलियों और सड़कों पर सामान्य से कम भीड़ दिखाई दी, जबकि स्कूल-कॉलेज जाने वाले बच्चों को भी ठंडी हवाओं का सामना करना पड़ा। मौसम विभाग के अनुसार, यह बदलाव पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के कारण देखा जा रहा है। मौसम वैज्ञानिक आलोक सागर गौतम ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के असर से उत्तर प्रदेश के पश्चिमी और मध्य हिस्सों में हल्की बारिश दर्ज की गई है। बदायूं में भी अगले 24 घंटे तक आसमान में बादल छाए रहने और कहीं-कहीं हल्की बूंदाबांदी या फुहारें पड़ने की संभावना बनी हुई है। इस मौसम परिवर्तन से न्यूनतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की जा सकती है, जिससे ठंडक का असर और बढ़ जाएगा। शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में मंगलवार को भी सुबह से ही आसमान में बादल छाए रहे। कई इलाकों में हल्की बूंदाबांदी होती रही, जबकि दोपहर बाद धुंध छाने लगी। सूरज की किरणें पूरे दिन बादलों की ओट में ही रहीं, जिससे वातावरण में ठंड का असर महसूस किया गया। शाम ढलते ही हवा में नमी बढ़ने से गलन बढ़ गई। खेती पर मौसम का असर मौसम में आए इस बदलाव ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। बदायूं जिले में इन दिनों धान और बाजरे की फसल कटकर खेतों में पड़ी हुई है। वहीं, आलू की बुवाई की तैयारियां भी जोरों पर हैं। कई किसानों ने बुवाई से पहले खेतों में पलेवा कर दिया है। ऐसे में अगर बारिश का सिलसिला जारी रहा तो धान और बाजरे की तैयार फसलों को नुकसान हो सकता है। फसल भीग जाने से कटाई में कठिनाई होगी और दाने के खराब होने की आशंका बनी रहेगी। ग्राम्य क्षेत्रों के किसानों का कहना है कि इस समय हल्की धूप फसलों के सूखने के लिए जरूरी है। बारिश से खेतों में कीचड़ हो जाने पर कटाई और मड़ाई दोनों कार्य प्रभावित हो सकते हैं। किसान रामऔतार, राकेश और नरेश कुमार ने बताया कि यदि दो दिन और बारिश होती रही तो खेतों में खड़ी धान की फसल झुक जाएगी और उसका उत्पादन प्रभावित होगा।शहर में ठंड का असर शहर के लोगों ने भी मौसम के इस बदलाव को महसूस किया। दिनभर चलने वाली हल्की हवाओं और बूंदाबांदी ने तापमान को नीचे गिरा दिया। शाम के समय गलियों में ठंडी हवा बहने लगी, जिससे लोगों ने गर्म कपड़े निकालने शुरू कर दिए। सड़क किनारे चाय की दुकानों पर लोगों की भीड़ बढ़ गई। कई जगह बच्चों और बुजुर्गों को सर्दी-जुकाम की शिकायतें भी आने लगी हैं। अगले दो दिन रह सकता है असर मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, बदायूं और आसपास के इलाकों में अगले दो दिनों तक मौसम में ठंडक बनी रहने की संभावना है। बुधवार और गुरुवार को भी कहीं-कहीं हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। इसके बाद मौसम साफ होने और तापमान में और गिरावट आने की उम्मीद है। इस प्रकार, अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में बदायूं में मौसम ने पूरी तरह करवट ले ली है। बूंदाबांदी और बादलों के बीच अब लोगों ने सर्दी के मौसम का स्वागत करना शुरू कर दिया है। वहीं, किसानों की नजर आसमान पर टिकी है — ताकि बारिश थमे और फसल सुरक्षित बच सके।




















































































