लखीमपुर। नीमगांव थाना क्षेत्र के जमहौरा गांव में सैकड़ों ग्रामीणों के खाते खोलकर उनमें लाखों की रकम ट्रांसफर करने के मामले की जांच तेज हो गई है। जांच के लिए कई टीमें बनाई गई हैं, जिसमें थाना नीमगांव पुलिस के अलावा क्राइम ब्रांच की टीम भी शामिल है। सीओ मितौली शितांशु कुमार का कहना कि मामले की जांच के बाद ही कुछ पता चल सकेगा। जमहौरा गांव के मुकेश, वीरेंद्र, विनय, नीरज, नरेश समेत सैकड़ों लोगों के खाते बीते नवंबर माह में गांव में गोला की एचडीएफसी बैंक द्वारा कैंप लगाकर खोले गए थे। एक महीने बाद 24 दिसंबर से इन खातों में लाखों की रकम जमा होकर निकल गई।किसानों के मोबाइल पर रकम निकासी के मैसेज आए तो उनके होश उड़ गए। तब इन लोगों ने एसडीएम मितौली डीके सिंह से शिकायत की और बैंक जाकर जानकारी की तो उन्हें बताया गया कि धान बिक्री का पैसा जमा हुआ था, जो चेक के जरिए निकला है।वहीं इन ग्रामीणों का कहना है उन्होंने धान बेचा ही नहीं। इसके बाद 4 दिन पहले पीड़ित किसानों ने मामले की नीमगांव पुलिस को दी। अब पुलिस के साथ ही क्राइम ब्रांच की टीम मामले की जांच कर रही है। क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर अनिल सिंह ने बताया कि साइबर अपराध के बिंदु पर उनकी टीम जांच कर रही है। संबंधित तथ्य जुटाए जा रहे हैं। सीओ का कहना है कि जांच के बाद ही कुछ स्पष्ट हो सकेगा। एसडीएम डीके सिंह का कहना है कि इस मामले में पुलिस की जांच पूरी होने पर तथ्य सामने आ सकेंगे।