बरेली। खानकाहे शाहजी रफीकुल औलिया में 16 रविउस्सानी 1447 हिजरी, बरोज़ जुमेरात को जश्ने गौसुल वरा कॉन्फ़्रेंस हर्षोल्लास के साथ मनायी गयी। इस मौके पर पीलीभीत शरीफ से तशरीफ लाए हज़रत अल्लामा मौलाना कारी अतीक साहब ने ख़ुसूसी बयान पेश करते हुए हुज़ूर गौस पाक (र.अ.) की शान बयान की। नातख़्वां हज़रात ने भी परख़ुलूस कलाम पेश किए। 17 रविउस्सानी 1447 हिजरी, बरोज़ जुमा को हज़रत शाहजी रफीकुल औलिया (र.अ.) का आख़िरी कुल शरीफ़ अकीदत व मोहब्बत से मनाया गया। कार्यक्रम की सदारत खानकाह के सज्जादा नशीन हज़रत मोहिब मियां रफीकी क़ादिरी साहब क़िबला ने की और ख़ुसूसी दुआ फरमाई। कार्यक्रम में मौलाना सलीम साहब, कारी यासीन साहब, रिज़वान रफीकी, सरताज रफीकी, मोहम्मद कैफ समेत कई उलमा व नातख़्वां हज़रात ने तकरीर व कलाम पेश किए। बड़ी संख्या में मुरीदीन और अकीदतमंदों ने शिरकत की।