वात्सल्य ग्राम के प्रेमवती गुप्ता नेत्र चिकित्सालय में दो दिवसीय नि:शुल्क मोतियाबिंद शिविर लगा

मथुरा। वात्सल्य ग्राम स्थित प्रेमवती गुप्ता नेत्र चिकित्सालय में “नथमल लादूराम मनीरामका चैरिटेबल ट्रस्ट, मम्बई ” के हरप्रसाद अग्रवाल के सौजन्य से दो दिवसीय नि:शुल्क मोतियाबिंद शिविर का समापन साध्वी ऋतंभरा द्वारा औषधि एवं चश्मा वितरण के साथ संपन्न हुआ। शिविर में प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए 300 मोतिया बिन्द रोगियों के ऑपरेशन मुम्बई के नेत्ररोग विशेषज्ञ डॉ श्याम अग्रवाल के नेतृत्व में डॉ विशाल राठौर, डॉ मयूर जैन, डॉ जुगल शाह, डॉ आनंद जयपुरिया, डॉक्टर अनुज वाहुवा, डॉ विशाल उप्पल के द्वारा सफलता पूर्वक किया गया। औषधि एवं चश्मा वितरण करते हुए साध्वी ऋतंभरा ने कहा कि व्यक्ति का कार्य स्वयं उसका परिचय देता है, हमारा उद्देश्य पवित्र होना चाहिए एवं जिस कार्य को हम कर रहे हैं उसके साधन भी पवित्र होना चाहिए। जिसके कार्य पवित्र होते हैं रिद्धि सिद्धि स्वयं उसके पास चलकर के आती है। जब ईश्वर की योजना होती है तभी हम कुछ कर पाते हैं,जब हमारे अंदर अहमन्यता का जागरण होता है तो हम पतन की ओर अग्रसर हो जाते हैं। हमारे द्वारा किया गये उपकार का कभी बखान नहीं करना चाहिए क्योंकि जब हम किसी का सहयोग करते हैं तो हमें भी आंतरिक सुख मिलता है हमें भी आंतरिक शांति मिलती है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांग सशक्तिकरण मंत्री नरेश कश्यप ने कहा कि भोजन और पानी जीवन के लिए आवश्यक है किंतु किसी को आंखों की रोशनी देना सबसे बड़ा पुण्य कार्य होता है। वात्सल्य ग्राम में मानव का निर्माण होता है जहां 5 वर्ष के बच्चे गीता के श्लोकों का वाचन करते हों यह किसी देवी शक्ति से कम नहीं है। दीदी मां ने सनातन संस्कृति के विस्तार के लिए स्वयं का जीवन लगा दिया। श्री राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण में दीदी मां जी की अहम भूमिका रही है, भारतीय संस्कृति दुनिया में सबसे महान है जिसके उत्थान में दीदी लगी हुई हैं।विशिष्ठ अतिथि हेमन्त तिवारी ने कहा कि किसी को यदि सेवा कार्य देखना है तो उसे वात्सल्य ग्राम आना चाहिए। वात्सल्य ग्राम में चल रहे मानव कल्याण यज्ञ ही भारत में स्वर्णिम काल लेकर आयेगा। जो लोग जन कल्याण और लोक कल्याण में लगे हुए हैं उन्हें एक बार वात्सल्य ग्राम आकर इसकी योजना को समझना चाहिए। यदि इसी प्रकार देश सेवा ओर देश के उन्नयन का कार्य होता रहा तो भारत का स्वर्णिम काल शीघ्र आयेगा। डॉ श्याम अग्रवाल ने आँखो के महत्व को समझाते हुए रख रखाव के वारे में बताया। इस अवसर पर हरप्रसाद अग्रवाल, श्रीमती चन्दा देवी अग्रवाल, आचार्य अजप द्विवेदी, सी .वी पाटोदिया, संजय भैया, जयभगवन अग्रवाल, अशोक सरीन आदि की विशेष उपस्थिति रही। महेश खण्डेलवाल ने आभार व्यक्त किया तथा संचालन डॉ. उमाशंकर राही ने किया।