बदायूं में मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना (कोविड) के अन्तर्गत 97 लाभार्थियों को लाभान्वित किया

बदायूँ। मुख्य विकास अधिकारी केशव कुमार की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में मिशन वात्सल्य के अन्तर्गत जिला बाल कल्याण एवं संरक्षण समिति की द्वितीय त्रैमासिक बैठक आयोजित की गई। बैठक में निदेशक, महिला कल्याण विभाग, उ0प्र0, लखनऊ के पत्र के अनुपालन में मिशन वात्सल्य योजनान्तर्गत संचालित विभिन्न योजनाओं व गतिविधियों पर विचार-विमर्श किया गया। बैठक में जिला बाल संरक्षण इकाई, बाल कल्याण समिति, किशोर न्याय बोर्ड, मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना (कोविड एवं सामान्य), स्पॉन्सरशिप, दत्तक ग्रहण इकाई, बाल विवाह रोकथाम, चाइल्डलाइन-1098, पीएम केयर, बाल तस्करी, बाल श्रम उन्मूलन, बाल भिक्षावृत्ति, वार्षिक कार्ययोजना तथा सेवा प्रदाता एजेंसियों से सम्बन्धित विषयों पर विस्तृत चर्चा हुई।
जिला प्रोबेशन अधिकारी अभय कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना (कोविड) के अन्तर्गत 97 लाभार्थियों तथा मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना (सामान्य) के अन्तर्गत 329 लाभार्थियों को लाभान्वित किया गया है। वित्तीय वर्ष 2025-26 में बाल विवाह की कुल 27 सूचनाएँ प्राप्त हुईं, जिन्हें जिला बाल संरक्षण इकाई, बाल कल्याण समिति, थाना प्रभारी एएचटीयू, बाल कल्याण अधिकारी, पुलिस एवं चाइल्डलाइन के संयुक्त प्रयासों से रोका गया तथा सम्बन्धित अधिकारियों के समन्वय से उनका निस्तारण किया गया। इसके अतिरिक्त स्पॉन्सरशिप योजना के अन्तर्गत 139 बच्चों को लाभ प्रदान किया गया।
सीडीओ ने निर्देशित किया कि बाल संरक्षण सम्बन्धी जागरूकता कार्यक्रम अधिक प्रभावी ढंग से संचालित किए जाएँ। समस्त बाल विकास परियोजना अधिकारियों को ब्लॉक स्तर पर बाल संरक्षण समिति की बैठकें आयोजित कर उसकी सूचना उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए। उन्होंने 1098 चाइल्डलाइन से प्राप्त शिकायतों का गंभीरता से निस्तारण करने, किशोर न्याय बोर्ड एवं बाल कल्याण समिति में लंबित प्रकरणों का शीघ्र निस्तारण कराने पर बल दिया। मिशन शक्ति अम्ब्रेला योजना के तहत “हब फॉर एंपावरमेंट ऑफ वूमेन” योजना सहित भारत सरकार पोषित योजनाओं का अधिक से अधिक किशोरियों व महिलाओं तक लाभ पहुँचाने की आवश्यकता बताई। उन्होंने कहा कि योजनाओं के अन्तर्गत “संबल“ एवं “सामर्थ्य“ पर कार्य करते हुए महिलाओं को सशक्त एवं आत्मनिर्भर बनाना हमारा साझा लक्ष्य होना चाहिए। वन स्टॉप सेंटर की मैनेजर ने ऑफिस हेतु विभिन्न सामग्री न होने की बात कही तो सीडीओ ने सामग्री की लिस्ट उपलब्ध कराने को कहा। बैठक के उपरान्त बेटियों के खिलाफ भेदभाव न करने सम्बंधी हस्ताक्षर अभियान चलाया गया, जहां अधिकारियों, कर्मचारियों एवं आमजन ने हस्ताक्षर किए।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) अरुण कुमार, नगर मजिस्ट्रेट, सुरेश कुमार पाल, जिला बाल संरक्षण अधिकारी अभय कुमार, क्षेत्राधिकारी नगर, अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत, श्रम आयुक्त, जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला क्रीड़ा अधिकारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, जिला समन्वयक कौशल विकास मिशन, किशोर न्याय बोर्ड के सदस्य अरविन्द गुप्ता, बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष/सदस्य नन्द किशोर पाठक एवं सविता मालपाणी, थाना प्रभारी एएचटीयू, संरक्षण अधिकारी एनआईसी रवि कुमार, संरक्षण अधिकारी आईसी प्रीति कौशल, परियोजना समन्वयक चाइल्डलाइन कमल शर्मा, जिला मिशन समन्वयक छवि वैश्य, सेंटर मैनेजर प्रतीक्षा मिश्रा, सामाजिक संस्थाओं के सचिव अनूप सक्सेना, मीना सिंह सहित अन्य अधिकारी एवं जिला बाल संरक्षण इकाई का समस्त स्टाफ उपस्थित रहा।