बरेली। कांवड़ जैसे धार्मिक आयोजन को सपा द्वारा विवादित करने का प्रयास किया जा रहा है। कांवड़ यात्रा को लेकर जो घटनाएं हो रही हैं। हो सकता है वो एक सुनियोजित षड्यंत्र का हिस्सा हो। अखिलेश यादव ने हमेशा हिंदू धर्म की धार्मिक भावनाओं को लज्जित करने का काम किया है। उनके नेता हिंदू धर्म, धर्मगुरुओं, साधु-संत और धार्मिक किताबों के बारे में आलोचना करते रहे हैं। उनका चरित्र समाज में सनातन विरोधी है, यह जग जाहिर है।’ यह बात शनिवार को बरेली पहुंचे बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने कही। उन्होंने कहा-समाजवादी पार्टी का चरित्र हमेशा हिंदू समाज से जुड़े मुद्दों पर विवादित टिप्पणी करने वाला रहा है। चौधरी जी बरेली सर्किट हाउस में पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सपा सरकार में कांवड़ यात्रा रोक दी जाती थी । कहा- उनकी सरकार (सपा) के दौरान कांवड़ यात्रा पर कई बार रोक लगाने की कोशिश की गई। बरेली के भाजपा पार्षद आरेंद्र अरोड़ा की कुछ दिन पहले डेथ हो गई थी। भूपेंद्र चौधरी उनके घर सांत्वना देने पहुंचे थे। अखिलेश सरकार ने कई बार कांवड़ यात्रा रोकने का प्रयास किया शमगर योगी आदित्यनाथ की सरकार में हर व्यक्ति को अपनी धार्मिक आस्था के अनुरूप त्योहार मनाने की पूरी स्वतंत्रता है। सरकार ने सभी समुदायों के त्योहार शांतिपूर्वक संपन्न हों, इसके लिए पुख्ता व्यवस्था की है। कांवड़ यात्रा करोड़ों लोगों की आस्था से जुड़ी हुई है। सरकार ने लोगों की धार्मिक भावनाओं और आस्था को ध्यान में रखते हुए इसे शांतिपूर्ण व सुरक्षित ढंग से संपन्न कराने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए हैं। कानून को हाथ में लेने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी। प्रदेश में कानून का राज है।