बरेली। ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन ने सपा के अखिलेश यादव के तंज कसने वाले बयान कावडियों के पैर दबाने पर प्रतिक्रिया दी है, उन्होंने कहा अखिलेश यादव जी पूर्व मुख्यमंत्री हैं और उन्होंने एक हँसी और मजाक के तौर पर और तनजिया अलफाज़ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर ये कहा की वो एक आदेश दे दे ताकि तमाम अधिकारी लोग जो है वो कांवड़ यात्राओं के जो लोग हैं उनके हाथ पैर दबाएं तो इस पर दूसरे पक्ष के लोग ये भी पूछ सकते हैं की क्या उन्होंने अपने शासनकाल में मोहर्रम के जुलूस निकालने वालों के हाथ पैर दबाए थे? क्या उन्होंने उनके पैर धोए थे? अगर उन्होंने ऐसा नहीं किया है और बेशक उन्होंने नहीं किया है तो फिर वो दूसरों को कैसे इस तरह मशवरा दे सकते हैं दोनों लोग जिम्मेदार और एक सम्मानित है ऐसे लोग इस तरह से मजाक करेंगे तो इससे समाज को गलत संदेश जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी कल बनारस में थे और बनारस में उन्होंने मोहर्रम के संबंध में कुछ बातें कही। बेशक उन्होंने जो बात लायन ऑर्डर के ताल्लुक से कही वो बिलकुल दुरूस्त है और जौनपुर का भी उन्होंने हवाला दिया वो इस तरह था के जब मुहर्रम शुरू हुआ तो गाइडलाइन्स गवर्नमेंट ने जारी की और ये कहा कि ताजिये की हाईट छोटी की जाए तो हमने भी एक गाइडलाइन्स जारी की थी और हमने अवाम से भी अपील की थी कि ताजिया और अलम के जो हाईट है वो 10 फिट रखे जाए मगर होता क्या है? गांव देहात में कॉम्पिटिशन के वजह से वो एक दूसरा 11 फिट का तो दूसरा 12 फिट का से ऊंची से ऊंची हाईट हो जाती है। बहरहाल, जौनपुर का जो मुख्यमंत्री ने हवाला दिया वहाँ हुआ ये की हाइड जो थी वो ताजिये की बहुत ऊंची थी और वो जब ताजिए लेकर के लोग चले वो हाइ टेंशन लाइन में बिजली के खंभों में वो जा करके वो टॅच हो गई और करंट उतर आया। जो कंधे लगाए हुए थे उनमें से तीन लोगों की जानें चली गईं। खत्म हो गए ये इतना बड़ा हादसा पेश आया कोई भी प्रदेश का मुखिया हो चाहे योगी आदित्यनाथ हो या कोई भी हो, हर शख्स हर नागरिक की रक्षा के लिए उसकी सुरक्षा के लिए दिशा निर्देश देता है तो इसमें कोई हर्ज की बात नहीं है। ये जिम्मेदारी भी होती है मुख्यमंत्री की जो मुख्यमंत्री ने अपनी जिम्मेदारी को निभाया।