संतपाल सिंह राठौड़ की पुण्यतिथि पर 28 राज्यों के 125 शिक्षक और 75 समाजसेवी सम्मानित

बदायूं। जन दृष्टि (व्यवस्था सुधार मिशन) के प्रेरणा पुंज देश के महान सेशिक्षक स्व संतपाल सिंह राठौड़ की ग्यारहवीं पुण्यतिथि के अवसर पर उनके पैतृक गांव नवीगंज में स्थित परिजनों व ग्राम वासियों द्वारा समाधि स्थल पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई साथ ही उनकी स्मृति में देश भर में उनके अनुयायियों द्वारा, संगठन के कार्यकर्ताओं, सहयोगियों, पदाधिकारियों व देश भर के उत्क्रष्ट शिक्षकों द्वारा वृक्षारोपण कर उनके संरक्षण का संकल्प लिया गया। प्रभा शंकर मेमोरियल स्काउट भवन बदायूं में आयोजित दशम संतपाल सिंह राठौड़ स्मृति राष्ट्रीय सम्मान समारोह विकसित भारत को समर्पित रहा। कार्यक्रम का उद्घाटन विधायक बिल्सी हरीश शाक्य द्वारा फीता काटकर व स्व सन्त पाल सिंह राठोड़ के चित्र पर पुष्पर्चन कर, दीप प्रज्वलित कर किया गया। तदंतर राष्ट्र राग “रघुपति राघव राजाराम ……….” व ध्येय गीत “जीवन में कुछ करना है तो मन को मारे मत बैठो ……. ” का सामूहिक गायन किया गया तथा संविधान की प्रस्तावना का भी सामूहिक वाचन हुआ। रुक्मिणी निषाद, बिहार द्वारा योग पर संगीत मय प्रस्तुति दी गई, जम्मू की आलिया थापा ने डोगरी नृत्य प्रस्तुत कर कार्यक्रम को आकर्षक बनाया। तत्पश्चात अतिथिगण द्वारा देश के अठ्ठाईस राज्यों से आए १२५ उत्कृष्ट शिक्षकों को संतपाल सिंह राठौड़ स्मृति राष्ट्रीय उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान २०२५ से सम्मानित किया। ७५ महानुभावों को उल्लेखनीय कार्य के लिए सन्त पाल सिंह राठोड़ स्मृति प्रकृति प्रहरी अलंकरण २०२५, नारी शक्ति अलंकरण २०२५, समाजसेवी सम्मान २०२५ तथा भारतीय हिन्दी सेवी सम्मान २०२५ से विभूषित किया गया। सम्मान समारोह की अध्यक्षता प्रसिद्ध शिक्षाविद राम बहादुर पांडेय ने की मुख्य अतिथि के रुप में नगर विधायक व पूर्व मंत्री महेश चंद्र गुप्ता, विधायक बिल्सी हरीश शाक्य उपस्थित रहे। विशिष्ट अतिथि के रूप में उप निदेशक माई भारत भारत सरकार छत्तीसगढ़ डॉ दिनेश यादव, स्काउट गाइड उत्तर प्रदेश के प्रादेशिक उपाध्यक्ष व मुख्यायुक्त महेश चंद्र सक्सेना, ब्लाक प्रमुख दातागंज अतेंद्र विक्रम सिंह, डॉ कमला महेश्वरी, सेवा निवृत ए डी एम राम वीर सिंह उपस्थित रहे। मुख्य अतिथि के रुप में विचार व्यक्त करते हुए पूर्व मंत्री व नगर विधायक महेश चंद्र गुप्ता ने कहा कि आज बदायूं में पूरे भारत के दर्शन हो रहे हैं। उत्क्रष्ट शिक्षकों के सम्मान का आयोजन एक सराहनीय पहल है। इस आयोजन से जुड़े संगठन के समस्त पदाधिकारी प्रशंसा के पात्र हैं। संत पाल सिंह राठौड़ स्मृति राष्ट्रीय उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान 2025 प्राप्त करने वाले सभी शिक्षक बधाई के पात्र हैं। आशा है कि सभी सम्मान प्राप्त करने वाले शिक्षक भारत को विकसित बनाने हेतु निरंतर नवीन ऊर्जा के साथ कार्य करते रहेगें। शिक्षक, साहित्यकार और सामाजिक कार्यकर्ता भारत को विश्व गुरु बनाने में सहायक होगे। देश को संतपाल सिंह राठोड़ जैसे महान शिक्षकों की जरूरत है। विधायक बिल्सी हरीश शाक्य ने कहा कि देश और समाज में सर्वाधिक आदर और सम्मान का पात्र शिक्षक होता है। शिक्षक को इस देश में राष्ट्रपति बनने का गौरव प्राप्त हुआ है, वहीं पूर्व राष्ट्रपति डॉ ए पी जे कलाम ने कार्यकाल पूरा करने के पश्चात शिक्षक की भूमिका में आना अपना सौभाग्य समझा। शिक्षक राष्ट्र निर्माता होते हैं। उत्क्रष्ट शिक्षकों के सम्मानित होने से निश्चित रूप से युवा शिक्षक प्रेरणा प्राप्त करेगे। संस्कारी नागरिकों का निर्माण कर भारत को विकसित बनाने में शिक्षकों की भूमिका महत्वपूर्ण है। उप निदेशक माई भारत छत्तीसगढ़ डॉ दिनेश यादव ने कहा कि संत पाल सिंह राठौड़ एक आदर्श शिक्षक रहे हैं, उनकी स्मृति में आयोजित होने वाला यह समारोह प्रतिष्ठा प्राप्त करने के साथ ही वृहद स्वरूप ले चुका है। आज जन दृष्टि व्यवस्था सुधार मिशन के तत्वावधान में देश और दुनिया के 125 चयनित शिक्षकों को संत पाल सिंह राठौड़ स्मृति उत्क्रष्ट शिक्षक सम्मान 2025 प्रदान किया गया है। ऐसे आयोजन सामाजिक परिवर्तन मे महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। अच्छे कार्यों की सराहना और प्रोत्साहन से हम सुपरिणाम प्राप्त कर सकेंगे। जन दृष्टि व्यवस्था सुधार मिशन के अध्यक्ष संस्थापक हरि प्रताप सिंह राठौड़ एडवोकेट ने संगठन के कार्यों और आयोजन की भूमिका पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि संगठन शिक्षकों को देश में विशिष्ट नागरिक का दर्जा प्रदान कराए जाने , स्नातक तक की निशुल्क शिक्षा दिए जाने के साथ ही भारतीय संविधान के अनुच्छेद २१ क तथा निशुल्क और अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम २००९ को पूरी तरह क्रियाशील बनाए जाने के लिए देश व्यापी अभियान चलाएगा। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से संरक्षक एमएल गुप्ता, धनपाल सिंह बाबा जी , मार्ग दर्शक डॉ० एसके सिंह, राजेंद्र सिंह तोमर, भावेश प्रताप सिंह राठौड़, हरि प्रकाश सिंह, अखिलेश्वर प्रताप सिंह, शैलेंद्र कुमार सिंह, केन्द्रीय कार्यालय प्रभारी रामगोपाल, सह केन्द्रीय कार्यालय प्रभारी अखलेश सिंह चौहान,, नेत्रपाल, आर्येंद्र पाल सिंह, कृष्ण गोपाल, प्यारेलाल, एच एन सिंह, एम एच कादरी, ज्ञानदीप शर्मा, राजीव भारद्वाज, सुशील कुमार सिंह, राकेश सिंह, टीकम सिंह, प्रतिपाल सिंह, दुष्यन्त कुमार, प्रशान्त त्रिवेदी, एम एस लाल, गुरुपयारी सत्संगी, टीकाराम सिंह, तिलक सिंह , राकेश कुशवाह, दीपक पंड्या, पल्लवी शर्मा, रेखा शर्मा, यशोदा धार्वे, राधा परमार, उर्मिला सर कानूनगो, मनोज कुमार पाण्डेय, नरेश कुमार लौवोत, गरिमा वार्ष्णेय, भुवनेश मालव, राम किश्वर खरवार, सुजीत झा, रिंकू दबाड़, सारिका , पूनम निषाद, नयन बहन गांधी, सीता त्रिवेदी, ख़ेम राज, सुषमा, देवी शरण राठौड़, मेंलीना चौहान, पविता कुशवाह, दीपक कुमार भोला, सत्यपाल गुप्ता, अमित शर्मा, पूर्वी सक्सेना , योगिता, माला रानी, योगेंद्र तिवारी , प्रभाकर सक्सेना, कमला महेश्वरी, अरविंद धवल, शानदुद्दीन, विनीत सोलंकी, भुवनेश, मनीष सहित बड़ी संख्या में शिक्षक व समाजसेवी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में देश भर से बड़ी संख्या में फ़ेसबुक और यूटयूब के व अन्य सोशल मीडिया माध्यमों से उत्क्रष्ट शिक्षकों के साथ ही अन्य लोग जुड़े। केंद्रीय कार्यालय प्रभारी रामगोपाल ने सभी का आभार व्यक्त किया। समारोह का कुशल संचालन नेहा कुमारी बिहार व चंचल उपाध्याय उ प्र ने संयुक्त रूप से किया। राष्ट्र गान के साथ ही समारोह का समापन हुआ।