वन महोत्सव के चतुर्थ दिवस विवेकानंद की पुण्यतिथि पर चलाया वृहत वृक्षारोपण अभियान
बदायूं।वन महोत्सव के चतुर्थ दिवस स्वयंसेविकाओं ने स्वामी विवेकानंद की पुण्यतिथि पर उन्हें याद करते हुए उनकी स्मृति में चलाया वृहत वृक्षारोपण अभियान दिया संदेश ” पेड़ है प्रकृति के प्राण, इन्हे काटकर न करो इसे निष्प्राण। पेड़ है प्रकृति की शान, वृक्षारोपण हेतु चलाओ अभियान।


आज गिन्दो देवी महिला महाविद्यालय बदायूं में की राष्ट्रीय सेवा योजना वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी व संयोजिका पर्यावरण समिति असिस्टेंट प्रोफेसर सरला देवी चक्रवर्ती के निर्देशन एवं नेतृत्व में चलाए जा रहे वन महोत्सव के चतुर्थ दिवस आज स्वयंसेविकाओं ने वृहत पौधरोपण अभियान चलाया। जिसके तहत कार्यक्रम अधिकारी व पर्यावरण समिति संयोजिका असिस्टेंट प्रोफेसर सरला देवी चक्रवर्ती , डॉक्टर शिखा पांडेय, डॉक्टर शुभ्रा माहेश्वरी, डॉक्टर उमा सिंह गौर, डॉक्टर पूनम सिंह, डॉक्टर इति अधिकारी, डॉ इंदु शर्मा, डॉ श्रद्धा यादव ,डॉक्टर सोनी मौर्य ने महाविद्यालय परिसर में पौधारोपण किया। कार्यक्रम अधिकारी प्रोफेसर सरला देवी ने स्वयंसेविकाओं को वर्चुअल माध्यम से समझाया कि आज वेदांत दर्शन के प्रणेता स्वामी विवेकानंद ई की पुण्यतिथि है।वो एक महान समाज सुधारक थे।


जिन्होंने अपनी तेजस्वी वाणी से पूरी दुनिया में भारतीय सभ्यता व संस्कृति का प्रचार-प्रसार किया। मात्र 39 साल की अल्पायु में 4 जुलाई 1902 को दुनिया से विदा होने वाले युवा सन्यासी आज भी हमारी प्रेरणा हैं। आज आवश्यकता है हमें स्वामी विवेकानंद के बताए मार्ग पर चलकर देशहित में कार्य करने की और उनकी शिक्षाओं का अनुसरण कर ऐसे राष्ट्र का निर्माण करने की, जहाँ हर तरफ़ खुशहाली हो। यही हमारी उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। सभी स्वयंसेविकाओं आरती, पूनम, रजनी, राजकुमारी, मेघा, पलक, किरन, सुनीता ने संकल्पित हो आम, ऐलोवेरा, तुलसी, गुलमोहर, अशोक, जामुन, आदि के पौधों का रोपण किया एवं संरक्षण का संकल्प लिया,बताया कि पेड़ है प्रकृति के प्राण, इन्हे काटकर न करो इसे निष्प्राण। पेड़ है प्रकृति की शान, वृक्षारोपण हेतु चलाओ अभियान।
