रतौंधी व कुपोषण से बचाएगा विटामिन ए

बरेली। विटामिन ए सम्पूरण कार्यक्रम का शुभारम्भ बुधवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ विश्राम सिंह द्वारा जिला महिला चिकित्सालय में किया गया । वहां पर सीऍमओ ने बूथ का उद्घाटन करते हुए बताया कि इस कार्यक्रम में नौ माह से पांच वर्ष तक की आयु के बच्चों को विटामिन की दवा पिलाई जाएगी। विटामिन ए की दवा बच्चों में प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है । इसके साथ ही वह उन्हें कुपोषण, रतौंधी, अंधापन, डायरिया और निमोनिया से भी बचाती है। जनपद के नौ माह से पांच साल तक के कुल 6.26 लाख बच्चों को विटामिन ए की दवा पिलाने का लक्ष्य है जिसमें नौ से 12 माह के 69 हजार 068, एक से दो साल के 1 लाख 32 हजार 571 और दो से पांच साल तक के कुल 4 लाख 24 हजार 799 बच्चे हैं। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. प्रशांत रंजन ने बताया कि यह कार्यक्रम वर्ष में दो बार चलाया जाता है । इस वर्ष का पहला चरण है । पिछले वर्ष में विटामिन ए सम्पूरण कार्यक्रम के दूसरे चरण में बरेली ने पूरे प्रदेश में मॉनिटरिंग करने में प्रथम स्थान हासिल किया था। विटामिन ए की कमी से रतौंधी सहित अन्य समस्याएं और अधिक गंभीर स्थिति में आँखों की रौशनी भी चली जाती है | इसकी कमी कुपोषण की एक स्थिति है । विटामिन ए की कमी से प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है जिससे कि डायरिया, निमोनिया और अन्य गंभीर बिमारियों से संक्रमण की सम्भावना बढ़ जाती है । डॉ. रंजन ने बताया कि कार्यक्रम के दौरान यदि पांच वर्ष से कम आयु का बच्चा मीजल्स रूबेला(एमआर) की खुराक से वंचित रह गया है तो उसे एमआर-1 और एमआर-2 की खुराक दी जायेगी | बच्चे को विटामिन ए की पहली खुराक खसरे के टीके के साथ दी जाती है। इसके बाद पांच साल तक हर छह-छह माह में विटामिन ए की दवा निकटतम स्वास्थ्य इकाई पर जाकर पिलायी जाती है । इस बात का ध्यान रखें कि छह माह तक के बच्चों को केवल माँ का दूध दें, ऊपर से कुछ भी खाने या पीने को न दें । इसके साथ ही बच्चे का नियमित टीकाकरण कराएँ । विटामिन ए कद्दू, गाजर, पालक जैसे पीले, नारंगी और हरी सब्जियों और फलों में पाया जाता है | इसलिए स्वयं भी इसका सेवन करें और बच्चों को कराना सुनिश्चित करें। उद्घाटन कार्यक्रम में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ त्रिभुवन सिंह ,अर्बन नोडल डॉ अजमेर सिंह ,अपर शोध अधिकारी धर्मेन्द्र कुमार , डब्लू एच ओ ,यूनिसेफ , गावी एड्रा ,जेएसआई, यूएनडीपी के जिला स्तरीय प्रतिनिधि के साथ स्वास्थ्य विभाग के काफ़ी अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे ।